जानिए आमलकी एकादशी को क्यों की जाती है भगवान विष्णु और आंवले के पेड़ की पूजा…

फाल्गुन मास शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को आमलकी एकादशी का पर्व मनाया जाता है। इस साल यह पर्व 3 मार्च, 2023 को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान विष्णु और आंवले के पेड़ की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो व्यक्ति आमलकी एकादशी की पूजा और व्रत का ठीक तरीके से पालन करता है। उसे मोक्ष प्राप्ति होती है। आइये जानते हैं इस व्रत का महत्व।

आमलकी एकादशी का महत्व- 

इस दिन भगवान विष्णु के साथ आंवले के पेड़ की भी पूजा करनी चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आवंले के पेड़ में ईश्वर का वास होता है। आमलकी एकादशी के दिन आवंले के पेड़ के नीचे बैठकर भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।

दुर्लभ योग-

इस साल आमलकी एकादशी के मौके पर कई दुर्लभ योग बन रहे हैं। वार और नक्षत्र के योग से सुबह से लेकर दोपहर तक सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। उस दौरान कोई भी नया काम शुरू करना बेहद शुभ माना जाता है। 

दोपहर 03:43 मिनट से लेकर शाम तक सौभाग्य योग रहेगा। इस दौरान की गई शादी करने से वैवाहिक जीवन सुखमय रहता है। 

जिसके बाद शोभन योग प्रारंभ हो जाएगा। इस दौरान की गई यात्रा सुखमय होती है।

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