दिवाली के बाद हरियाणा की हवा में घुला जहर, अंबाला देश में सबसे प्रदूषित…
प्रकाशपर्व दिवाली पर हुई आतिशबाजी के बाद शुक्रवार को हरियाणा की हवा की सेहत बेहद खराब रही। प्रदेश में केवल दो घंटे ग्रीन पटाखे चलाने के आदेश बेअसर रहे। इससे हरियाणा के 19 जिलों की हवा दूषित हुई और अंबाला ने देश में सबसे प्रदूषित शहर का रिकॉर्ड अपने नाम किया।
अंबाला का एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स) 367 दर्ज किया गया। इसकी एक बड़ी वजह अंबाला से सटे पंजाब में पराली का खूब जलना भी रहा। पंजाब में 31 अक्तूबर को पराली जलने के 484 और एक नवंबर को 587 मामले दर्ज किए गए, जो इस सीजन में सबसे अधिक हैं। इसी कारण पंजाब से सटे जीटी बेल्ट के जिलों में ही प्रदूषित कणों की यह मोटी चादर छाई रही। वहीं, दिल्ली में सुबह नाै बजे 362 एक्यूआई के साथ हवा बहुत खराब श्रेणी में रही।
पटाखों की आड़ में जली पराली
हरियाणा में भी पटाखों की आड़ में किसानों ने पराली को खूब आग लगाई। 31 अक्तूबर को 42 व एक नवंबर को 35 मामले दर्ज किए गए। इससे पहले, 15 अक्तूबर को सबसे अधिक 42 मामले दर्ज किए गए थे। उसके बाद सख्ती बरतने से इसमें कमी देखी गई थी।
हरियाणा में अब तक पराली जलाने के कुल 819 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। हालांकि सरकार का मानना है कि इस बार पराली जलने के मामलों में करीब 35 फीसदी की गिरावट है। पिछले साल एक नवंबर तक 1296 मामले सामने आ चुके थे।
यह बीते तीन वर्षों में दिल्ली के लिए सबसे प्रदूषित दिवाली थी। यही नहीं, नई दिल्ली शुक्रवार को विश्व के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में शीर्ष पर रहा। इनके अलावा, गुरुग्राम का एक्यूआई 309 व कुरुक्षेत्र का 306 दर्ज किया गया। केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ का एक्यूआई भी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहा। हरियाणा के बाकी शहरों का एक्यूआई 300 से नीचे दर्ज किया गया।
हरियाणा के शहरों में वायु प्रदूषण की स्थिति
शहर – 2023 – 2024
अंबाला – 112 – 367
रोहतक – 383 – 268
कैथल – 361 – 255
फतेहाबाद – 322 – 197
हिसार – 303 – 255
जींद – 344 – 286
बल्लभगढ़ – 337 – 218
धारूखेड़ा – 343 – 216
फरीदाबाद – 370 – 202
गुरुग्राम – 349 – 309
कुरुक्षेत्र – 307 – 306
मानेसर – 328 – 244
पानीपत – 311 – 211
सिरसा – 246 – 207
बहादुरगढ़ – 281 – 269
भिवानी – 279 – 247
करनाल – 251 – 259
सोनीपत – 254 – 290
यमुनानगर – 259 – 282