बैंकिंग कारोबार समेटने वालों की जमात में शामिल हुआ सिटी ग्रुप ,इन बैंकों ने ऑनलाइन बैंकिंग को दिया बढ़ावा
अमेरिकन बैंकिंग समूह Citi Group भी उन विदेशी बैंकों की जमात में शामिल हो गया है, जो भारत में अपना कारोबार बंद कर चुके हैं या फिर उसे घटा दिया है। बता दें कि Axis Bank सिटी समूह के रिटेल बैंकिंग कारोबार को 12325 करोड़ रुपये में खरीद रहा है।
सिंगापुर के डीबीएस बैंक को छोड़कर कई विदेशी बैंकों ने वैश्विक रणनीति या ऑटोमेशन जैसे तकनीकी बदलावों की वजह से भारत में अपनी उपस्थिति घटा दी है। इसके जरिए इन बैंकों ने ऑनलाइन बैंकिंग को बढ़ावा दिया है। हालांकि DBS Bank ने देश में अपनी उपस्थिति का विस्तार किया है और एक घरेलू निजी क्षेत्र के बैंक का अधिग्रहण भी किया है।
क्यों भारत से जा रहे विदेशी बैंक
भारत में नियामकीय व्यवस्था भी विदेशी बैंकों की चिंता का विषय है। जब भी कोई विदेशी बैंक भारत में बैंकिंग कारोबार में उतरने की योजना बनाता है तो उसे Priority sector lending (PSL) के तहत अपने कर्ज का 40 प्रतिशत सरकार द्वारा तय सेक्टरों में देना पड़ता है। इसके अलावा दूसरे भी कारण हैं।
किन बैंकों ने समेटा कारोबार
ANZ Grindlays
Royal Bank of Scotland Plc (RBS)
Commonwealth Bank of Australia
British banking major Barclays
New Zealand Bank
Deutsche Bank
UBS
HSBC
BNP Paribas
क्यों जा रहा सिटी ग्रुप
भारत में सिटी ग्रुप के ऑपरेशन को कम करने के पीछे कारण बड़े राजस्व वाले बिजनेस पर फोकस करना है। इसलिए वह 13 बाजारों में खुदरा व्यवसायों से बाहर निकल रहा है। उसने 1902 में भारत में प्रवेश किया था और 1985 में उपभोक्ता बैंकिंग व्यवसाय (consumer banking business) शुरू किया था।
ग्राहकों को फायदा
Axis Bank के एमडी अमिताभ चौधरी का कहना है कि सिटी बैंक के ग्राहकों को वे सभी रिवार्ड, Priviledge और ऑफर्स का लाभ मिलता रहेगा, जिनके वे हकदार हैं। इस अधिग्रहण से इन पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
Axis के शेयर उछले
एक्सिस बैंक के शेयरों में गुरुवार को सुबह के कारोबार में लगभग 2 प्रतिशत की तेजी आई। निवेशकों ने कंपनी के इस बयान कि वह भारत में सिटी के कारोबार का अधिग्रहण 12,325 करोड़ रुपये में करेगी, को हाथोंहाथ लिया।