मेरठ के दौराला में वाघा बार्डर से भी ज्यादा ऊंचा तिरंगा फहराया जाएगा
मेरठ के दौराला में वाघा बार्डर से भी ज्यादा ऊंचा तिरंगा फहराया जाएगा। इसके लिए श्रीपरमधाम न्यास अरिहंतपुरम वलीदपुर में 380 फीट ऊंचा पोल लगा दिया गया है। उल्लेखनीय है कि वाघा बार्डर पर इन दिनों बीएसएफ का तिरंगा 360 फीट ऊंचाई पर फहरा रहा है। 120 किलो वजनी इस तिरंगे की लंबाई 120 फीट और चौड़ाई 80 फीट है। इससे पहले वाघा बार्डर, रांची के पहाड़ी मंदिर, पुणे के कटराज लेक, फरीदाबाद, रायपुर, और हैदराबाद में ऊंचे तिरंगे फहराए जा चुके हैं।
अब तक फहराए गे ऊंचे तिरंगे
- भारत-पाक अटारी सीमा पर 360 फीट
- रांची के पहाड़ी मंदिर पर 293 फीट
- पुणे के कटराज लेक में 237 फीट
- फरीदाबाद के निकट 250 फीट
- रायपुर के तेलीबांध झील पर 269 फीट
- हैदराबाद के हुसैनसागर पर 291 फीट
लोहे का पोल तैयार
श्रीपरमधाम न्यास के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी सतीश कुमार ने बताया कि पिछले एक साल से क्रांतिधरा मेरठ के लिए कुछ अलग करने का मन था। सर्वसम्मति के बाद न्यास के पदाधिकारियों ने 380 फीट ऊंचा तिरंगा फहराने की दिशा में काम शुरू किया। कोलकाता की स्कीपर लिमिटेड कंपनी ने 380 फीट ऊंचाई पर तिरंगा फहराने के लिए लोहे का पोल तैयार किया, जिसे सोमवार को न्यास परिसर में स्थापित कर दिया गया। न्यास कोआर्डिनेटर कुलदीप ने नारियल फोड़कर पूजन किया। सतीश कुमार का दावा है कि विशेष कपड़े से तैयार करीब यह अब तक का सबसे ऊंचा तिरंगा होगा। 27 फरवरी या 23 मार्च को इसे फहराने की योजना है। यहां क्रांतिकारियों के नाम की एक गैलरी भी तैयार हो रही है। इसमें क्रांतिकारी शहीदों की प्रतिमाओं के साथ जीवनी भी अंकित रहेगी।