शिवसेना के स्थापना दिवस कार्यक्रम में पहुंचे सीएम फडणवीस, उद्धव ठाकरे को कहा ‘बड़ा भाई’
शिवसेना के 53 वें स्थापना दिवस पर बुधवार को मुख्य अतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मौजूद थे. ऐसा पहली बार हुआ कि किसी पार्टी के स्थापना दिवस पर दूसरे पार्टी के नेताओ को आमंत्रित किया गया हो. इस मंच पर शिवसेना पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरेऔर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस दोनों मौजूद थे. सबकी निगाहें इस बात पर टिकी थी कि इस बार शिवसेना बीजेपी की सत्ता आने पर महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री किसका बनेगा और मुख्यमंत्री पद को लेकर मंच से क्या ऐलान होगा. ये बात इस वजह से भी ज्यादा इसलिए चर्चा में थी कि सुबह शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के माध्यम से अगले मुख्यमंत्री पद पर दावा ठोककर महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मचा दी थी.
उद्धव ठाकरे और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस दोनों ने ही इशारो इशारों में मुख्यमंत्री पद के दावे पर कहा कि गठबंधन के समय ही सभी विषय पर बात हो गई है. सही समय पर मुख्यमंत्री पद को लेकर बात सामने आएगी. इस मौके पर देवेंद्र फडणवीस ने “उद्धव ठाकरे को अपना बड़ा भाई कहा. साथ ही कहा कि बीजेपी शिवसेना के बीच जो भी खींचतान और तनाव था वो दूर हो गया है,अब प्रचंड जीत हासिल करने के लिए सभी लोग दिल से विधानसभा चुनाव में काम करें.
उद्धव ठाकरे ने कहा ‘शिवसैनिक एक अलग रसायन है, प्यार भी बहुत करता है,और दुश्मनी भी हद से ज्यादा निभाता है. सत्ता में भागीदारी शिवसेना बीजेपी की बराबर की होगी. जिस तरह हमने आपको (सीएम फडणवीस) अपने कार्यक्रम में बुलाया उसी तरह आप भी कार्यक्रम करिए और हमे बुलाइये.’
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘शिवसेना और बीजेपी का गठबंधन महाराष्ट्र और भारत में सबसे ज़्यादा समय तक चलने वाला गठबंधन है, अटल बिहारी वाजपेयी से लेकर गोपीनाथ मुंडे, प्रमोद महाजन, उद्धव ठाकरे सभी लोगों ने इस गठबंधन को बनाए रखा. हमारे बीच कोई तनाव और मतभेद नहीं है. लोगों में यह इच्छा थी कि हम एक साथ आए और अब देश के लिए हम एकसाथ आए हुए हैं. जब बाघ और शेर एक साथ आते हैं तो जंगल पर कौन राज करेगा यह पूछा नहीं जाता. कई पार्टियों ने हमें हराने के लिए गठबंधन किया लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ.’
सीएम फडणवीस ने कहा, ‘शिवसेना और बीजेपी के कार्यकर्ताओं के कारण हम जीते हैं, मुझे शिवसेना के कार्यक्रम में जाते समय लगता है कि अपने घर जा रहा हूं. हम सभी भगवा ध्वज के लिए लड़ रहे हैं. हमारा हिंदुत्व राष्ट्र के लिए है. देश के स्वाभिमान के लिए है. अगर राष्ट्र को बड़ा करना है तो महाराष्ट्र को बड़ा करना ज़रूरी है. किसी एक पार्टी के स्थापना दिवस पर दूसरे पार्टी के नेताओं को बुलाने की परंपरा हमारे देश में नही, इसे शुरू करने और मुझे अतिथि के तौर पर बुलाने के लिए मैं शिवसेना का धन्यवाद.’