संगम में बुजुर्ग महिला की अस्थियां बहाने आए लोगों की नाव डूबी, 3 की मौत, पांच लापता
संगम में बुजुर्ग महिला की अस्थियां विसर्जित करने महाराष्ट्र से आए लोगों से भरी नाव बीच यमुना में डूब गई। हादसे में तीन महिलाओं की मौत हो गई, जबकि पांच लोगों के बारे में पता नहीं चला। बाकी लोगों को सुरक्षित बाहर निकालकर एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना के बाद कोहराम मच गया। देर रात सेना व जल पुलिस ने सर्च अभियान चलाया पर लापता लोगों का पता नहीं चल सका।
महाराष्ट्र के नानदेड़ निवासी दिगम्बर रामराव वैश अपनी पत्नी कौशाबाई दिगम्बर राव वैश की अस्थियां संगम में विसर्जित करने के लिए सोमवार को परिवार व रिश्तेदारों (14 लोग) के साथ प्रयागराज पहुंचे। चौखंडी निवासी पंडा नवल किशोर के यहां शरण ली। दोपहर बाद नवल किशोर अस्थियां विसर्जित कराने के लिए गऊघाट से संगम नाव से ले गया। अस्थियां विसर्जित करने के बाद शाम करीब पौने सात बजे सभी नाव पर सवार होकर वापस चले। बताते हैं कि मनकामेश्वर मंदिर के सामने बीच यमुना में नाव अचानक डूब गई। पंडा व महेवा का नाविक फौरन पानी में कूद गया और तीन लोगों को बचाकर किनारे लाया। घटना की जानकारी मिलने पर कोहराम मच गया।
सेना के जवान व जल पुलिस के जवानों ने 6 लोगों को बाहर निकाला। उन्हें एसआरएन अस्पताल भेजा गया। जहां राधाबाई, भागा बाई व लक्ष्मीबाई को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। जबकि केशव ज्ञानुबा कछवे, सुनीता देवीदास, ज्योति बालाजी वैश, कछवे अंगद नारायण को भर्ती किया गया। मौके पर मौजूद कौशाबाई के नाती मनोहर वैश व उसकी चचेरी बहन मीनाक्षी हटवा ने बताया कि नाव में छेद हो गया था। जिसकी जानकारी नाविक को दी तो उसने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है, वह संभाल लेगा। उसके बाद पलभर में ही नाव बैठ गई।
यह एक दुखद हादसा है। पांच लोग लापता है। उनकी तलाश की जा रही है। पूरे मामले की जांच कराई जाएगी।