सर्दियों में हेल्दी ऑप्शन है Sweet Corn Soup
आजकल हर कोई कॉर्न खाना पसंद करता है। इससे कई तरह के हेल्दी स्नैक्स तैयार किए जाते हैं। शादी ब्याह, छोटी-मोटी पार्टीज हर ओकेजन के लिए कॉर्न से बने स्नैक्स लोगों को पसंद आते हैं। ये सेहत के लिए भी कई तरह से फायदेमंद होता है। ये खाने में भी बेहद स्वादिष्ट होता है। इसमें मौजूद विटामिन ए, बी, ई और अन्य पोषक तत्व हमें कई तरह की बीमारियों से दूर रखते हैं। बात जब सर्दी की हो तो शरीर को गर्माहट प्रदान करने के लिए सूप से बेहतर कोई दूसरा ऑप्शन नहीं हो सकता है।
आप ठंड में चाहें तो स्वीट कॉर्न सूप भी बना सकते हैं। इससे आपको गर्माहट तो मिलेगी ही, और भी कई फायदे मिलेंगे। इसके अनगिनत फायदों की वजह से बच्चों से लेकर बड़े तक सभी इसे अपनी डाइट में शामिल करते हैं। आज हम आपको कॉर्न सूप बनाने की रेसिपी बताने जा रहे हैं। इसे आपको अपनी डाइट का हिस्सा जरूर बनाना चाहिए। आइए जानते हैं विस्तार से-
कॉर्न सूप बनाने के लिए जरूरी सामग्री
स्वीट कॉर्न: 1 कप
कॉर्न फ्लोर: 2 चम्मच
अदरक-लहसुन पेस्ट: 1 चम्मच
काली मिर्च पाउडर- आधा चम्मच
कटी हुई हरी सब्जियां: आधा कप
हरा प्याज: बारीक कटा हुआ
पानी: 3 कप
नमक: स्वादानुसार
मक्खन या तेल: 1 चम्मच
कॉर्न सूप बनाने की आसान विधि
मक्खन या तेल में अदरक-लहसुन पेस्ट को भूनें। फिर कटी हुई सब्जियों को रोस्ट कर लें।
घिसा हुआ स्वीट कॉर्न डालकर 2-3 मिनट तक भून लें।
इसके बाद 3 कप पानी डालें और उबाल आने दें।
कॉर्न फ्लोर का घोल सूप में धीरे-धीरे डालते हुए चलाते रहें।
इसके बाद सूप में नमक और काली मिर्च पाउडर मिलाकर 10 मिनट के लिए पकने दें।
सूप तैयार हो गया है। इसे हरे प्याज के पत्तों से गार्निशर कर सर्व करें।
आप चाहें ताे इसके साथ टोस्ट किए हुए ब्रेड भी सर्व कर सकते हैं।
कॉर्न सूप से सेहत को मिलने वाले फायदे
शरीर को रखे गर्म
सर्दियों में कॉर्न सूप को अपनी डाइट में शामिल करने से आपको ढेरों लाभ मिल सकते हैं। ये आपके शरीर को गर्म रखने में मदद करता है। इससे आपकी इम्युनिटी भी स्ट्रॉन्ग होती है।
पाचन सुधारे
कॉर्न में फाइबर की भरपूर मात्रा पाई जाती है। ये डाइजेशन को बेहतर बनाता है। इससे आपका पाचन तंत्र भी मजबूत रहता है।
पोषक तत्वों से भरपूर
स्वीट कॉर्न में फाइबर, विटामिन बी12, आयरन और एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे कई पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए फायदेमंद हैं। इसे अपनी डाइट में शामिल करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।