अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव: राज्यपाल करेंगे उद्घाटन

हरियाणा : अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के लिए धर्मनगरी पूरी तरह से तैयार है। 21 दिवसीय महोत्सव का आगाज शनिवार को होगा। पवित्र ब्रह्मसरोवर तट लोक कला एवं संस्कृति के रंगों में रंगा दिखाई देगा। शिल्प व सरस मेले के शुभारंभ के बाद विभिन्न राज्यों से आने वाले कलाकार न केवल धमाल मचाएंगे बल्कि अपनी-अपनी लोक कलाओं से भी रूबरू करेंगे। मेले का शुभारंभ राज्यपाल असीम घोष करेंगे। वहीं 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महोत्सव में शामिल होंगे और इस दौरान ज्योतिसर स्थित महाभारत अनुभव केंद्र के उद्घाटन की भी तैयारी है।
पहली बार 21 दिन 15 नवंबर से 05 दिसंबर तक चलने वाले महोत्सव में 50 लाख से ज्यादा लोगों के पहुंचने की उम्मीद है। गत वर्ष भी करीब 45 लाख श्रद्धालु महोत्सव में पहुंचे थे। देश के विभिन्न राज्यों से शिल्पकार ब्रह्मसरोवर तटों पर लगाई गई स्टाॅलों पर कला का प्रदर्शन करेंगे। वहीं पर्यटकों और दर्शकों का मनोरंजन करने के साथ-साथ अपने-अपने राज्यों की सांस्कृतिक विरासत से रूबरू करवाने के लिए 200 से ज्यादा कलाकारों को आमंत्रित किया गया है।
यह कलाकार ब्रह्मसरोवर की अलग-अलग दिशाओं में बने घाटों के साथ-साथ ब्रह्मसरोवर के चारों तरफ दशकों के बीच कला का प्रदर्शन करेंगे। महोत्सव में हरियाणा के साथ-साथ सहभागी प्रदेश मध्यप्रदेश का भी पवेलियन सजेगा। पुरुषोत्तमपुरा बाग के समक्ष द्रोपदी कूप के आसपास ही ये पवेलियन बनाए जाएंगे जिनका शुभारंभ 24 नवंबर को मुख्य कार्यक्रमों के शुभारंभ के साथ ही होगा।
ऐसे चलेंगे कार्यक्रम
15 नवंबर से 05 दिसंबर तक ब्रह्मसरोवर तट पर भव्य गीता महाआरती होगी।
16 नवंबर को महोत्सव में गीता रन होगी। जिसमें महिला व पुरुष वर्ग में प्रथम आने पर मिलेगा 31 हजार रुपये का पुरस्कार।
24 नवंबर को ही कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय गीता संगोष्ठी होगी। 16 देशों के 25 विद्वान भी शामिल होंगे और गीता मर्मज्ञ, विद्वान एवं शोधार्थी अपने शोधपत्र प्रस्तुत करेंगे।
25 नवंबर से 01 दिसंबर तक 48 कोस कुरुक्षेत्र भूमि के तीर्थों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
26 से 30 नवंबर तक पुरुषोत्तमपुरा बाग में पदम विभूषित रामभद्राचार्य कथा होगी।
29 नवंबर को पुरुषोत्तमपुरा बाग में संत सम्मेलन का आयोजन होगा।
30 नवंबर को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में अखिल भारतीय देवस्थानम सम्मेलन होगा। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद की प्रेरणा और प्रयासों से मॉरीशस, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और जापान समेत अन्य देशों में गीता महोत्सव का भव्य आयोजन हो चुका है।
01 दिसंबर को गीता जयंती के दिन ज्योतिसर तीर्थ पर गीता यज्ञ, गीता पाठ एवं भगवद् कथा होगी।



