अंतरिक्ष में हर चीज घूमती क्यों रहती है? स्थिर हो जाए तो क्या होगा, जानें
ब्रम्हांड में कुछ भी स्थिर नहीं हैं. हम धरती पर रहते तो जरूर हैं और हमें लगता है कि वो स्थिर है, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. धरती 1600 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से सूर्य की परिक्रमा करती रहती है. सूर्य आकाशगंगा की परिक्रमा करता है और आकाशगंगाएं भी लगातार घूमती रहती हैं. ऐसे में सवाल ये कि आखिर अंतरिक्ष में सबकुछ घूमता क्यों रहता है? अगर ये सबकुछ स्थिर हो जाए तो क्या होगा?
लाइव साइंस की रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ साइंटिस्ट ने इसका राज खोला है. लास कम्ब्रेस ऑब्जर्वेटरी के खगोलशास्त्री एडवर्ड गोमेज ने कहा, यह सबकुछ इस बात पर निर्भर करता है कि ब्रम्हांड और उसके भीतर की संरचना कैसे बनी. ब्रम्हांड की शुरुआत बिग बैंग से हुई, जिससे सुपरफास्ट एक्पेंशन हुआ और आज हमें जो कुछ भी नजर आता है, वह बना. इसके बाद इसका विस्तार होने लगा, क्योंकि बिग बैंग के प्रेशर की वजह से सबकुछ अलग-अलग हो गया था. चूंकि यह प्रक्रिया अभी भी जारी है, ब्रम्हांड फैल रहा है, इसलिए स्पेस की हर चीज में हमें गति नजर आती है.
गतिशील होने के पीछे एक ही कारण
हबल स्पेस टेलीस्कोप के लिए काम कर चुके कैरोल क्रिश्चियन ने कहा, ब्रम्हांड बनने की शुरुआत ही स्पीड से हुई. इसलिए अंतरिक्ष में हर चीज के गतिशील होने के पीछे एक ही कारण है कि ब्रम्हांड फैल रहा है. हालांकि, यह फैलाव काफी दूर है. हम इसका असर केवल उन चीजों पर ही देखते हैं, जो बहुत दूर हैं. वैसे तो हमें यह दिखता है, लेकिन अंदाजा तब लगता है, जब दो चीजों के बीच की दूरी बढ़ती जाती है. दो आब्जेक्ट किस ओर जाएंगे, यह सब उसकी गति पर निर्भर करता है. ब्रम्हांड में ऐसा कुछ भी नहीं, जो घूमता न हो. अगर ये स्थिर हो जाए, तो विस्फोट हो जाएगा और भयानक ऊर्जा की वजह से अंतरिक्ष में तबाही मच जाएगी.
तो फिर उड़ते क्यों हैं?
सबकुछ उड़ रहा है, तो हम क्यों नहीं उड़ जाते. इसकी वजह बेहद सिंपल है. पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण बल आपको अपनी ओर खींचता है और पृथ्वी पर बांधे रखता है. जब तक कोई वस्तु पर इतना बल ना लगा दिया जाए कि वह गुरुत्वाकर्षण के बल को खारिज कर दें तब तक कोई वस्तु उड़ नहीं पाती. इसी सिद्धांत पर राकेट काम करते हैं और इस बल को escape velocity कहा जाता है. अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण बल अत्यंत कमजोर होता है और इस वजह से आप किसी भी दिशा में मुड़ सकते हैं. इसे ही आप उड़ना कह रहे हैं.