अमेरिका-ईरान में तनाव खत्म करने की कोशिश शुरू
अगर मस्क और ईरानी राजदूत की मुलाकात की आधिकारिक पुष्टि हो जाती है तो इससे साफ हो जाएगा कि ट्रंप सरकार ईरान के साथ संबंध बेहतर करने का इरादा रखती है। हालांकि ट्रंप को इस कदम के चलते अपनी ही पार्टी के कई रूढिवादी रिपब्लिकन नेताओं और साथ ही इस्राइल की नाराजगी का भी सामना करना पड़ सकता है।
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद पर्दे के पीछे से कई गतिविधियां जारी हैं। अब मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रंप के करीबी अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजदूत से मुलाकात की है। दोनों की मुलाकात को अमेरिका और ईरान के बीच जारी तनाव को खत्म करने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।
अज्ञात जगह पर हुई दोनों की मुलाकात
अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार एलन मस्क और ईरानी राजदूत की मुलाकात से वाकिफ ईरानी अधिकारियों ने इसे सकारात्मक बताया। रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों की मुलाकात सोमवार को एक अज्ञात जगह पर हुई और दोनों के बीच एक घंटे से ज्यादा समय तक बातचीत हुई। हालांकि न तो ट्रंप की टीम के सदस्यों ने या फिर ईरान के दूतावास ने इस मुलाकात की पुष्टि की है।
अगर मस्क और ईरानी राजदूत की मुलाकात की आधिकारिक पुष्टि हो जाती है तो इससे साफ हो जाएगा कि ट्रंप सरकार ईरान के साथ संबंध बेहतर करने का इरादा रखती है। हालांकि ट्रंप को इस कदम के चलते अपनी ही पार्टी के कई रूढिवादी रिपब्लिकन नेताओं और साथ ही इस्राइल की नाराजगी का भी सामना करना पड़ सकता है।
ट्रंप सरकार में मस्क की भूमिका रहेगी प्रभावी
साथ ही मस्क के ईरानी राजदूत से मिलने से ये बात भी पुष्ट हो जाएगी कि ट्रंप की सरकार में एलन मस्क की भूमिका बेहद प्रभावी रहने वाली है। ट्रंप सरकार की विदेश नीति में जहां मस्क की भूमिका दिख रही है, वहीं ट्रंप पहले ही मस्क को विवेक रामास्वामी के साथ संघीय नौकरशाही में सुधार लाने के लिए सरकारी दक्षता विभाग का प्रभारी नियुक्त कर चुके हैं।
मुलाकात में ईरान ने उठाई अमेरिकी प्रतिबंधों में राहत देने की मांग
गौरतलब है कि ट्रंप ने अपने पिछले कार्यकाल में ईरान पर दबाव बनाने की रणनीति बनाई थी, लेकिन इस बार सत्ता पर काबिज होने से पहले ही ट्रंप ने ईरान के साथ तनाव कम करने की कोशिश शुरू कर बड़े संकेत दिए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि एलन मस्क और ईरानी राजदूत की मुलाकात के दौरान राजदूत ने मस्क से अमेरिकी प्रतिबंधों में छूट देने और तेहरान में व्यापार करने की अपील की।