ईरानी विदेश मंत्री ने पेजर धमाकों के लिए इस्राइल को ठहराया दोषी
लेबनान में हिजबुल्ला के सदस्यों को निशाना बनाकर किए गए हमले में कम से कम नौ लोग मारे गए और 2,800 घायल हो गए। इसी को लेकर ईरान और लेबनान के विदेश मंत्रियों के बीच फोन पर बातचीत हुई।
लेबनान और सीमावर्ती सीरिया के कुछ इलाकों में पेजर में सिलसिलेवार ब्लास्ट होने से अफरा-तफरी का माहौल है। मंगलवार को हुए सीरियल ब्लास्ट की पूरी दुनिया में चर्चा है। पेजर्स धमाकों में लेबनान में ईरान के राजदूत मोजतबा अमानी भी घायल हुए हैं। इसी को लेकर ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने लेबनान के अपने समकक्ष अब्दुल्ला बू हबीब से फोन पर बातचीत की। अरागची ने हमले का आरोप इस्राइल पर लगाया। उन्होंने इसे इस्राइली आतंकवाद करार दिया।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अराघची ने राजदूत मोजतबा अमानी की हालत के बारे में भी पूछा। साथ ही उनके बेहतर इलाज के लिए लेबनान का आभार जताया। उन्होंने पीड़ितों के साथ रहने और उनकी सहायता करने की इच्छा जताई।
लेबनान के विदेश मंत्री का जताया आभार
ईरानी विदेश मंत्री अब्बास ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, ‘लेबनानी समकक्ष अब्दुल्ला बू हबीब के साथ की गई बातचीत में इस्राइल के आतंकवाद की कड़ी निंदा की। पीड़ितों के साथ एकजुट रहने और किसी भी प्रकार की सहायता करने की इच्छा जताई, जिसमें एक 10 साल का बच्चा भी शामिल है। हमारे घायल राजदूत के इलाज के लिए आभारी हूं। इसके अलावा, लेबनान सरकार द्वारा कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत पर जोर दिया।’
अमानी की पत्नी से भी की बात
अराघची ने मोजतबा अमानी की पत्नी से भी बात की, उनके स्वास्थ्य लाभ के लिए ईरान के सहयोग का आश्वासन दिया तथा तेहरान में वापस लाने के लिए सहायता की पेशकश की।
इतने लोग मारे गए
ईरान और लेबनान के विदेश मंत्रियों के बीच फोन पर बातचीत ऐसे समय में हुई है ,जब मंगलवार को हिजबुल्ला के सदस्यों को निशाना बनाकर किए गए हमले में कम से कम नौ लोग मारे गए और 2,800 घायल हो गए।
हिजबुल्ला ने भी इस्राइल पर लगाया आरोप
हिजबुल्ला ने इस हमले का आरोप इस्राइल पर लगाया है और इसके जवाब में इस्राइल पर जवाबी हमला करने की बात भी कही है। इस बीच, लेबनान के अधिकारियों ने लोगों से पेजर को फेंकने का अनुरोध किया है। इस्राइल रक्षा बलों ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।
क्या ऐसे दिया गया विस्फोटों को अंजाम
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लेबनान के अधिकारियों का मानना है कि कई महीनों से इस हमले की तैयारी चल रही थी। हिजबुल्ला ने ताइवान की कंपनी गोल्ड अपोलो को करीब पांच हजार पेजर्स का ऑर्डर दिया था। जो बीते दिनों ही लेबनान पहुंचे थे। ट्रैक किए जाने के डर से हिजबुल्ला के लड़ाके पुराने जमाने के पेजर्स इस्तेमाल कर रहे थे। लेबनान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दावा किया कि जब पेजर्स का निर्माण किया जा रहा था, उसी वक्त इस्राइल ने इन पेजर्स में बदलाव कर दिए थे।
अधिकारी के अनुसार, मोसाद ने पेजर्स के अंदर एक बोर्ड लगाया था, जिसे पर विस्फोटक पदार्थ लगा था। जैसे ही इस बोर्ड के जरिए पेजर को कोड मिला, तो इन पेजर्स में विस्फोट हो गया। खास बात ये है कि पेजर्स में लगा बोर्ड इस तरह का था कि उसे स्कैनर में पकड़ पाना बेहद मुश्किल था।