कुर्सी पर बैठे-बैठे हो गई है गर्दन और पीठ में अकड़न, तो 6 योगासन दिलाएंगे दर्द से राहत!
घंटो कुर्सी पर बैठने और फोन या कंप्यूटर चलाने से गर्दन और पीठ में दर्द की समस्या अक्सर हो जाती है। इसके कारण रोज के काम करने में भी काफी दिक्कत हो सकती है। इससे आराम दिलाने में योग मददगार साबित हो सकता है। रोजाना कुछ खास योगासनों (Yoga for back pain) की मदद से आप अपनी पीठ और गर्दन की मांसपेशियों को आराम दे सकते हैं।
आजकल की व्यस्त जीवनशैली में पीठ और गर्दन का दर्द एक आम समस्या बन गई है। लंबे समय तक बैठकर काम करना (Desk Job Health Tips), गलत पोजीशन में सोना, और तनाव जैसी कई वजहों से यह समस्या पैदा हो सकती है। गर्दन और पीठ का दर्द हमारे रोज के जीवन को प्रभावित करता है, क्योंकि इनकी वजह से छोटे-मोटे काम करने में भी दिक्कत होने लगती है। इसलिए इनसे छुटकारा पाने के लिए और साथ ही बचाव के लिए भी रोजाना योग करना जरूरी है। कुछ योगासन (Yoga Poses for Posture Improvement) ऐसे हैं, जो पीठ और गर्दन की मांसपेशियों के दर्द को दूर करने में मदद करते हैं। आइए जानें उन योगासनों के नाम।
योगासन क्यों हैं फायदेमंद?
योगासन न केवल शरीर को मजबूत बनाते हैं, बल्कि मन को भी शांत करते हैं। ये आसन पीठ और गर्दन की मांसपेशियों को लचीला बनाते हैं, ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करते हैं और तनाव को भी कम करते हैं। इससे पीठ और गर्दन के दर्द में आराम मिलता है और रीढ़ की हड्डी स्वस्थ रहती है।
गर्दन और पीठ दर्द के लिए कौन से योगासन हैं फायदेमंद?
ताड़ासन (Tadasana)- यह आसन शरीर को सीधा रखने और पोश्चर को सुधारने में मदद करता है।
भुजंगासन (Bhujangasana)- इस आसन से पीठ की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और रीढ़ की हड्डी लचीली बनती है।
मार्जरी आसन (Marjaryasana)- इस आसन से रीढ़ की हड्डी का लचीलापन बढ़ता है और पीठ के निचले हिस्से की मांसपेशियों के तनाव को कम करने में मदद करता है।
शशांकासन (Shashankasana)- यह आसन गर्दन और पीठ को आराम देता है और तनाव को कम करता है।
उष्ट्रासन (Ustrasana)- इस आसन से छाती खुलती है और पीठ की मांसपेशियां खिंचती हैं।
धनुरासन (Dhanurasana)- यह आसन पूरे शरीर को मजबूत बनाता है और पीठ को लचीला बनाता है। इससे गर्दन और पीठ की मांसपेशियों की अकड़न दूर होती है।
योगासन करते समय सावधानियां
अगर आप पहली बार योग कर रहे हैं या इसके बारे में जानकारी नहीं है, तो किसी योग प्रशिक्षक की निगरानी में ही योगासन करें।
अगर आपको कोई चोट या बीमारी है तो योगासन शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
योगासन करते समय धीरे-धीरे आगे बढ़ें और एक बार में परफेक्ट होने की कोशिश न करें।
यदि आपको किसी आसन में दर्द महसूस हो तो उसे तुरंत बंद कर दें।
योगासन के अलावा और क्या करें?
योगासन के साथ-साथ आप कुछ और चीजें भी कर सकते हैं जैसे-
गर्म पानी से नहाना- गर्म पानी से स्नान करने से मांसपेशियों में खिंचाव कम होता है और दर्द में आराम मिलता है।
मसाज- मसाज से ब्लड सर्कुलेसन बेहतर होता है और मांसपेशियों में तनाव कम होता है।
स्ट्रेस मैनेजमेंट- तनाव पीठ और गर्दन के दर्द को बढ़ा सकता है, इसलिए तनाव कम करने के लिए मेडिटेशन और जर्नलिंग जैसे तरीकों को अपना सकते हैं।
हेल्दी खाना- हेल्दी खाना शरीर को मजबूत बनाता है और बीमारियों से लड़ने में मदद करता है।
अच्छी नींद- पर्याप्त नींद लेने से शरीर को आराम मिलता है और मांसपेशियों की भी अकड़न कम होती है।