पंजाब: गरीब परिवारों के लिए चावलों के वितरण में 1.55 करोड़ रुपये घोटाला

केंद्र सरकार की तरफ से पंजाब में भारत ब्रांड योजना के अंतर्गत बठिंडा, भुच्चो, मोड़, रामपुरा फूल और बुढलाडा के गरीब परिवारों को चावल बांटे जा रहे हैं। चावल लाभार्थियों को सप्लाई करने का टेंडर जय जैनेंद्र फर्म को दिया गया था। अब इसमें घोटाले का खुलासा हुआ है।
पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने गरीब परिवार के लिए चावलों के वितरण में 1.55 करोड़ रुपये घोटाले का फर्दाफाश किया है। इस संबंध में ब्यूरो ने मोड़ मंडी के एक गोदाम पर छापेमारी करके चावलों की 1138 बोरियों के साथ लदे 2 ट्रक जब्त किए हैं।
साथ ही शिव शक्ति राइस मिल गढ़शंकर जिला होशियारपुर के मालिक गोपाल गोयल सहित दो ट्रक चालकों जगपाल सिंह और सुखविंदर सिंह को गिरफ्तार किया है। विजिलेंस एजेंसियों व वेयरहाउस के अधिकारियों की संलिप्तता का पता लगाने के लिए आगे जांच कर रही है।
विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि इस संबंध में जय जैनेंद्र फर्म के ठेकेदार हरीश दलाल, शिव शक्ति राइस मिल गढ़शंकर होशियारपुर के मालिक गोपाल गोयल, अंजनी राइस मिल कुत्तीवाल कलां मोड़ मंडी बठिंडा के मालिक, ट्रक ड्राईवर जगपाल सिंह और सुखविंर सिंह विरुद्ध भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के अंतर्गत विजिलेंस ब्यूरो के थाना बठिंडा रेंज में केस दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि भारतीय खुराक निगम के संबंधित अधिकारियों, कर्मचारियों के अलावा ग्लोबल वेयरहाऊस के अधिकारियों, कर्मचारियों, निगरानों की इसमें किसी भी तरह की संलिप्तता तो नहीं है, इसे लेकर वह आगे की जांच कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही भारत ब्रांड योजना के अंतर्गत राष्ट्रीय सहकारी खपतकार फेडरेशन ऑफ इंडिया की तरफ से बठिंडा, भुच्चो, मोड़, रामपुरा फूल और बुढलाडा के गरीब परिवारों को लगभग 70,000 मीट्रिक टन चावल बांटे जा रहे थे, जिनकी कीमत लगभग 130 करोड़ रुपये बनती है। इनमें से 1000 मीट्रिक टन चावलों का 5 किलो और 10 किलो की थैलों में 18.50 प्रति किलो के हिसाब से वितरण किया जाना था। बठिंडा जिले में 29 रुपये प्रति किलो के हिसाब के साथ यह चावल लाभार्थियों को सप्लाई करने का टेंडर जय जैनेंद्र फर्म को दिया गया था।
प्रवक्ता ने बताया कि विजिलेंस ब्यूरो को विश्वसनीय सूत्रों से सूचना मिली थी कि लाभार्थियों के 3.40 करोड़ रुपये के चावलों में गबन करने की कोशिश की जा रही है। सूचना पर कार्रवाई करते हुए विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने चावलों की 1138 बोरियों के साथ लदे 2 ट्रक जब्त कर लिए हैं, जो फतेहाबाद के कस्बा हमजापुर भेजे जाने थे, लेकिन टेंडर फर्म ने चावलों को आगे चावल विक्रेताओं को सीधे बेचने के इरादे के साथ न तो चावलों की सफाई नहीं की और न ही चावल बोरियों में भरे।
पड़ताल के दौरान यह भी सामने आया कि उक्त फर्म गरीब लोगों के लिए रखे सरकारी स्टाक को 34 रुपये प्रति किलो के हिसाब के साथ महंगे दाम पर बेचकर गबन करना चाहती थी।
विजिलेंस के अनुसार जै जनेंदर फर्म के मालिकों ने हरीश कुमार नामक दलाल, भारतीय खुराक निगम के अज्ञात आधिकारियों व गोदाम के अधिकारियों, कर्मचारियों, निगरानों के साथ मिलीभुगत करके ग्लोबल वेयरहाऊस मोड़ मंडी से चावल हासिल किए। रिश्वत देने के बाद इन चावलों की बोरियां को अंजनी राइस मिल, कुत्तीवाल कलां, मोड़ मंडी में भेज दिया और इसके बाद चावलों की बोरियाँ को इन ट्रकों के द्वारा शिव शक्ति राइस मिल, गढ़शंकर जि़ला होशियारपुर ले जाया जाना था। उन्होंने बताया कि इस संबंधित उक्त सभी मुलाजिमों और उक्त फर्मों के मालिकों खिलाफ केस दर्ज किया गया है और आगे वाली कार्रवाई जारी है।