पंजाब में गेहूं बांटने को लेकर जमकर हंगामा

गुरदासपुर के गांव जोड़ा छत्तरां में गेहूं के बांटने को लेकर जमकर हंगामा हुआ। मौके पर गेहूं खरीदने आए लोगों ने कहा कि एक तो उन्हें गेहूं वितरण की जानकारी नहीं दी जा रही है और दूसरा पिछली कटी पर्चियों पर उन्हें गेहूं नहीं मिल रहा है।

उधर, गेहूं बांटने वाले डिपो होल्डरों से जब पिछले गेहूं लाभार्थियों को न मिलने का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इसका जवाब तो उस वक्त के मौजूदा इंस्पेक्टर ही दे सकते हैं और जब उनसे किसी सरकारी अधिकारी की गैरमौजूदगी में अब बांटे जा रहे गेहूं को बांटने का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सात सदस्यीय कमेटी बनी है जो गेहूं वितरण करती है और उनके पास विभाग से फोन आया है कि गेहूं बांट दिया जाए और जब उनसे पूछा गया कि अगर गेहूं का स्टॉक कम हुआ तो कौन जिम्मेदार होगा।

उन्होंने कहा कि इसके लिए वह खुद जिम्मेदार होंगे। इस संबंध में जब गांव के सरपंच निसान सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि उनके गांव में पिछले दो साल से गेहूं वितरण को लेकर इस तरह की स्थिति बन रही है और इसका मुख्य कारण मौके पर मौजूद इंस्पेक्टर को बताया गया कि उनके द्वारा लोगों का पिछला बकाया गेहूं वितरित नहीं किया गया।

जब संबंधित इंस्पेक्टर सुरिंदर कुमार से पिछले गेहूं के बकाया के बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्होंने बकाया गेहूं के बारे में विभाग को लिखा है और बकाया गेहूं भेजने में विभाग को देरी क्यों हो रही है। जब विभाग द्वारा बकाया गेहूं भेज दिया जाएगा तो लाभार्थियों को उनका बकाया गेहूं वितरित किया जाएगा। जब AFSO कवलजीत सिंह से फोन पर संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि पिछले गेहूं का बकाया होने के कारण मौजूदा इंस्पेक्टर पर नया गेहूं बांटने पर रोक लगा दी गई है और उनकी जगह इंस्पेक्टर वरिंदर कुमार को गेहूं बांटने के लिए लगाया गया है।

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