प्रेमी से बात कर रही थी नाबालिग बेटी, बाप ने कृपाण से गला काटकर मार डाला

शाहजहांपुर के परौर थाना इलाके के गांव गढ़ी में झूठी आन की खातिर बेटी की हत्या करने का मामला सामने आया है। मंगलवार सुबह प्रेमी से फोन पर बात करते देख नाराज पिता ने कृपाण से गले पर कई वार कर नाबालिग बेटी को मौत के घाट उतार दिया। वारदात के बाद से आरोपी फरार है। उसके भाई ने भतीजी की हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है।

परौर थाना क्षेत्र के गांव गढ़ी निवासी भूपेंद्र सिंह पहले दिल्ली में रहकर राजमिस्त्री का काम करता था। वहां उसकी बेटी (16) के एक युवक से प्रेम संबंध हो गए। दोनों में नजदीकियां बढ़ते देख कुछ समय पहले भूपेंद्र परिवार समेत गांव लौट आया।

बाप ने किए बेटी के गले पर कई वार
पुलिस के अनुसार, किशोरी की युवक से अब भी बातचीत होती थी। इसको लेकर भूपेंद्र एतराज जताता था। मंगलवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे उसने बेटी को फोन पर बात करने से टोका तो उसने भी पलटकर जवाब दे दिया। इससे आवेश में आए भूपेंद्र सिंह ने बेटी के गले पर कई वार कर दिए, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। एसपी देहात मनोज अवस्थी ने बताया कि प्रेम-प्रसंग के चलते हत्या की गई है। आरोपी के भाई हरवीर सिंह की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी की तलाश की जा रही है।

तीन घंटे के बाद दी हत्या की सूचना
बेटी की हत्या के बाद आरोपी पिता मौके से भाग गया। दिन में साढ़े 11 बजे घटना होने के बाद ढाई बजे आरोपी के भाई हरवीर सिंह ने गांव के प्रधान को सूचना दी। उसके बाद पुलिस गांव पहुंची। इस बीच परिवार के सदस्य घटना को छिपाए रहे। पुलिस ने मां दीपा से पूछताछ की तो उसने बताया कि घटना के समय वह खेत पर गई थी।

तीन टीम तलाश में जुटीं
घटना के बाद सीओ जलालाबाद अमित चौरसिया ने मौके का निरीक्षण किया। फोरेंसिक टीम ने भी साक्ष्य जुटाए हैं। थाना प्रभारी अशोक कुमार सिंह ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। आरोपी पिता की गिरफ्तारी के लिए सर्विलांस यूनिट समेत तीन टीमों को लगाया है।

बिलख पड़ी मां, बेटी की मौत, सुहाग जाएगा जेल
घटना के बाद मां दीपा का परिवार ही उजड़ गया। बेटी की जिद के चलते उसकी हत्या कर दी गई। वहीं पति को जेल जाना पड़ेगा। दोपहर में अपनी बेटी का शव देखकर वह बिलख कर रो पड़ी। उसकी आंखों से आंसू नहीं रुक रहे थे। बेटे और दूसरी बेटी को चिपटकर खूब रोई। बताते हैं कि क्षत्रिय बिरादरी से संबंध रखने वाले भूपेंद्र ने कुछ वर्ष पहले सिख धर्म स्वीकार कर लिया था। इससे उसके परिवार के अन्य सदस्य भी नाराज रहते थे।

परिवार के साथ बैठकर पी थी चाय, सामान्य था घर का माहौल
बेटी के शव को देखकर दहाड़े मारकर रोते हुए दीपा ने बताया कि सुबह बेटी ने सभी के साथ बैठकर चाय पी थी। फिर खाना भी खाया। कुछ देर के लिए मां घर से बाहर निकली थी। तभी उसकी हत्या कर दी गई।

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