बर्ल्टन पार्क में पटाखा मार्कीट लगाने वाले दुकानदारों का कारनामा
जालंधर: दीवाली से करीब एक सप्ताह पहले बर्ल्टन पार्क में अस्थाई रूप से पटाखा मार्कीट लगाई थी। इस मार्कीट में करोड़ों रुपए का व्यापार हुआ। कई दुकानदार भारी मुनाफे में रहे तो कईयों का स्टॉक बच गया जिस कारण उन्हें परेशानी तक आई परंतु अब पटाखा मार्कीट के दुकानदारों का नया कारनामा सामने आया है।
गौरतलब है कि जब दीवाली का पर्व संपन्न हो गया तो सभी दुकानदारों ने वहां से अपना सामान समेट लिया। अस्थाई दुकानें बनाने वाले ठेकेदार ने भी टीन की चादरें और बल्लियां इत्यादि उखाड़ लीं। करोड़ों रुपए का पटाखा बेचने वाले दुकानदारों ने पटाखे की पैकिंग इत्यादि को खोलकर जो कबाड़ पैदा किया, वह बर्ल्टन पार्क में ही कूड़े के रूप में कई दिन पड़ा रहा।
नगर निगम कमिश्नर गौतम जैन ने जब दो-तीन दिन पहले बर्ल्टन पार्क का दौरा किया तो वहां कबाड़ और गंदगी देख कर हैरान रह गए और उन्होंने सैनिटेशन विभाग के अधिकारियों की खिंचाई की। इन अधिकारियों ने बताया कि यह सारा कबाड़ और कूड़ा कर्कट पटाखा मार्कीट वाले छोड़कर गए हैं।
ऐसे में निगम प्रशासन ने तहबाजारी ब्रांच के माध्यम से पटाखा विक्रेताओं को संदेश भिजवाया कि वह अपना कबाड और कूड़ा करकट समेट कर साफ सुथरी जगह निगम को हैंडओवर करें वरना पटाखा कारोबारियों को जुर्माना लगाया जाएगा। पता चला है कि नगर निगम की धमकी से डरकर पटाखा विक्रेताओं ने लेबर के कुछ आदमी लगाकर पूरे मार्कीट के क्षेत्र की सफाई करवाई जिस दौरान पैकिंग से निकले प्लास्टिक और अन्य वस्तुओं के वहां ढेर लगा दिए गए।
जैसे ही शाम को थोड़ा अंधेरा हुआ तो वहां इस कूड़े कर्कट और कबाड़ को आग लगा दी गई जो पूरे बर्ल्टन पार्क में फैलती दिखी। दो स्थानों पर लगाई गई इस भयंकर आग ने इतना भयानक रूप धारण कर लिया कि आसपास के क्षेत्र में दहशत व्याप्त हो गई। लोगों का कहना है कि अगर थोड़ी सी भी हवा चलती तो यह जलते हुए लिफाफे और कूड़ा कर्कट आसपास के क्षेत्र में मुसीबत का कारण बन सकता था और बड़ा अग्निकांड भी हो सकता था।