भारत के इस राज्य में है एशिया का सबसे अमीर गांव
आमतौर पर गांवों को लेकर हमारी धारणा यह होती है कि वहां जीवन स्तर शहरी इलाकों की तुलना में कम होता है। लेकिन गुजरात के कच्छ जिले का मदापार गांव इस धारणा को चुनौती देता है। यह गांव एशिया का सबसे अमीर गांव है।
गांव का नाम सुनते ही हमारे दिमाग में कई तस्वीरें आती हैं। कुछ लोगों के लिए गांव का मतलब है शांति और सुकून होता है, जबकि कुछ लोगों के लिए गांव का मतलब कठिन मेहनत और संघर्ष होता है। मगर एक बात सभी में समान है, और वह है गांव की सुंदरता और सरलता। गांव में हरे-भरे खेत, नीले आसमान, और ताजी हवा होती है। गांव की सुंदरता और सरलता हमें हमेशा आकर्षित करती है।
देखा जाए तो आमतौर पर गांवों को लेकर हमारी धारणा यह होती है कि वहां जीवन स्तर शहरी इलाकों की तुलना में कम होता है। एक धारणा और होती है कि यहां रहने वाले लोग आर्थिक रूप से सशक्त नहीं होते हैं। मगर क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर एशिया का सबसे अमीर गांव कहां है? आइए इस लेख में इसी के बारे में विस्तार से जानते हैं।
एशिया का सबसे अमीर गांव भारत के गुजरात राज्य में है। जी हां, कच्छ जिले का मदापार गांव को एशिया का सबसे अमीर गांव के तौर पर लिस्ट किया गया है। बैंक में पैसा जमा करने के मामले में यह एशिया का सबसे अमीर गांव है। गांव में लगभग 7,000 करोड़ भारतीय रुपये बैंक में जमा हैं।
इस गांव में लगभग 17 बैंक हैं जो 7,600 परिवारों को सेवा देते हैं। मदापार गांव की समृद्धि का एक बड़ा कारण यहां अप्रवासी भारतीय हैं, जो यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका आदि देशों में चले गए हैं।
ध्यान देने वाली बात यह है कि इस छोटे से गांव के अधिकतर लोग विदेश में रहते हैं। ऐसे में वे वहां जो पैसा कमाते हैं उसका एक बड़ा हिस्सा गांव के ही बैंक में जमा करते हैं। मदापार गांव में अन्य गांवों के तुलना में साफ पानी, अच्छी सड़कें, पार्क और साफ-सफाई है। अच्छे स्कूल, मंदिर और दूरगामी दृष्टि के लोगों ने ग्रामीणों की जिंदगी को बेहतर बनाया है।