महाराष्ट्र में लाडकी बहिन योजना पर रार! विपक्ष का आरोप- ये योजना सिर्फ वोटों के लिए

इस सप्ताह की शुरुआत में, राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने एलान किया था कि सरकार फर्जी लाभार्थियों के बारे में मिल रहीं शिकायतों का समाधान करेगी और सत्यापन के लिए आयकर और परिवहन विभागों से जानकारी मांगी गई है।

महाराष्ट्र की लाडकी बहिन योजना अपनी शुरुआत के बाद से ही लगातार चर्चा में है। अब एक बार फिर इसे लेकर रार छिड़ गई है। दरअसल सरकार ने योजना की जांच कराने की बात कही है। जिस पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना के लाभार्थियों की जांच करने के महाराष्ट्र सरकार के फैसले से साबित होता है कि ये योजना सिर्फ विधानसभा चुनाव में वोट पाने के लिए थी। वडेट्टीवार ने दावा किया कि जब पिछले साल चुनाव से पहले इस योजना की घोषणा की गई थी, तो सरकार ने लाभार्थियों के लिए मानदंडों में ढील दी थी।

इस मुद्दे पर शुरू हुई बयानबाजी
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘महायुति गठबंधन महिलाओं से वोट चाहता था और अब सरकार कह रही है कि लाभार्थियों की जांच की जाएगी। कई लाभार्थियों को सूची से हटा दिया जाएगा। ये गलत है। संबंधित मंत्री ने यह भी कहा कि अन्य सरकारी योजनाओं की महिला लाभार्थियों को लाडकी बहिन योजना का लाभ नहीं मिलेगा। इससे साफ है कि यह योजना केवल वोट के लिए थी।’

इस सप्ताह की शुरुआत में, राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने एलान किया था कि सरकार फर्जी लाभार्थियों के बारे में मिल रहीं शिकायतों का समाधान करेगी और सत्यापन के लिए आयकर और परिवहन विभागों से जानकारी मांगी गई है। हालांकि उन्होंने साफ किया कि सरकार जांच का आदेश नहीं दे रही है, बल्कि सिर्फ स्थानीय सरकारी कार्यालयों में दर्ज शिकायतों का समाधान कर रही है।

विधानसभा चुनाव में गेमचेंजर साबित हुई थी लाडकी बहिन योजना
महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन की जीत में लाडकी बहिन योजना गेमचेंजर साबित हुई और इस योजना के आधार पर महायुति गठबंधन को महिलाओं का बंपर वोट मिला और गठबंधन ने विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज की थी। पिछले साल अगस्त में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार ने लाडकी बहिन योजना की शुरुआत की थी और इसके तहत पात्र महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है।

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