मानवता अब भी जिंदा: चरखी दादरी में बेघर व्यक्ति को बनाया जेंटलमैन

वर्तमान दौर में देखने को मिलता है कि लोग अपने माता-पिता को भूल जाते हैं और उन्हें वृद्ध आश्रम छोड़ देते हैं। वहीं दूसरी तरफ ऐसे भी लोग भी हैं जो मानवीय सेवा लिए हमेशा तत्पर रहते हैं और दूसरों का दुख तकलीफ उनसे देखा नहीं जाता।

इसी प्रकार का उदाहरण चरखी दादरी शहर निवासी रंगकर्मी संजय रामफल हैं जो बीते काफी दिनों से खुशियों की दीवार व दूसरे माध्यमों से मानव सेवा के लिए कार्य कर रहा है। उसने सड़क पर भीख मांगने वाले एक युवक की हालत देखी नहीं गई और उसे लेकर उसको संवार कर एक जेंटलमैन बना दिया।

बता दें कि चरखी दादरी के रोहतक रोड रेलवे फाटक पर एक अंधे और बेघर व्यक्ति की स्थिति को देखकर सामाजिक कार्यकर्ता संजय रामफल का दिल पसीज गया। यह व्यक्ति लंबे समय से भीख मांग कर अपना जीवन यापन कर रहा था। उसकी स्थिति इतनी दयनीय थी कि न तो वह देख सकता था और न ही उसने काफी समय से स्नान किया था।

इसके अलावा उसके बाल लंबे और अस्त-व्यस्त थे और उनमें जूं चल रही थी। रोजाना हजारों लोग इस रेलवे फाटक से गुजरते थे, लेकिन किसी ने भी इस व्यक्ति की ओर मदद का हाथ नहीं बढ़ाया था। संजय रामफल ने न केवल उसके बाल काटे, बल्कि उसे नहलाया और नए कपड़े भी पहनाए। इस मानवीय पहल ने व्यक्ति की पूरी शक्ल और जीवनशैली में बदलाव लाया। संजय रामफल ने इस कार्य को अपने दायित्व के रूप में लिया और उसे पूरा किया। स्थानीय लोगों ने संजय रामफल की इस नेक पहल की सराहना की।

समाज में सकारात्मक संदेश जाएगा तो मदद के लिए आगे आएंगे लोग
रंगकर्मी व रैडक्रास में अनुबंधित कर्मचारी संजय रामफल काफी समय से लघु सचिवालय में खुशियों की दीवार चलाते हुए जरूरतमंदों को कपड़े व अन्य जरूरी सामान नि:शुल्क उपलब्ध करवा रहे हैं। संजय ने बताया कि उनके द्वारा किया गया यह कार्य समाज में सकारात्मक संदेश फैलाने का काम कर रहा है। ऐसे में लोग जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आएंगे। संजय का मानना है कि समाज में किसी भी व्यक्ति के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए, और हर एक को सम्मान और सहायता का अधिकार है।

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