यूपी के नशा मुक्ति केंद्र में कत्ल: खिड़की के शीशे से काटा गला

मुरादाबाद के सिविल लाइंस थानाक्षेत्र के आशियाना कॉलोनी स्थित नशा मुक्ति केंद्र में मंगलवार की रात बरेली के युवक अरुण पटेल की खिड़की के शीशे से गला काटकर हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड को अमरोहा निवासी भानु प्रताप ने अंजाम दिया है। मृतक और हत्यारोपी दोनों को उनके परिजनों ने इलाज के लिए यहां भर्ती कराया था। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और हत्यारोपी को हिरासत में ले लिया है। पुलिस और फोरेंसिक टीम ने जांच पड़ताल की है।
पुलिस के मुताबिक आशियाना कॉलोनी स्थित केसरी कुंज में कमलदीप सिंह नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र चलाते हैं। बरेली जनपद के बिथरी चैनपुर क्षेत्र के चंदपुर बिचपुरी निवासी अरुण पटेल (26) को उसके परिजनों ने 13 अगस्त को केंद्र में नशा छुड़वाने और इलाज के लिए भर्ती कराया था।
भानु प्रताप ने खिड़की के शीशे से रेत दिया अरुण का गला
केंद्र में आठ माह से अमरोहा के जगवाखुर्द रजकपुर निवासी भानु प्रताप का भी उपचार चल रहा था। मंगलवार रात सभी ने खाना खाया। इसी दौरान भानु प्रताप अरुण को कमरे में लेकर पहुंचा और दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। इसी दौरान भानु प्रताप ने खिड़की का शीशा तोड़ा और अरुण का गला रेत दिया। इसके बाद आरोपी शोर मचाते हुए बाहर निकाला और भागने की कोशिश की। केंद्र के कर्मचारियों ने उसे पकड़ लिया। उसके हाथ खून से सने थे। यह देखकर सभी कर्मचारी घबरा गए। उन्होंने अंदर जाकर देखा तो अरुण खून से लथपथ हालत में पड़ा था।
कर्मचारियों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी और घायल को अस्पताल ले गए जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया है। सूचना मिलने पर एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह और सीओ सिविल लाइंस कुलदीप गुप्ता भी मौके पर पहुंच गए और फोरेंसिक टीम बुला ली। एसपी सिटी ने बताया कि आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
दवा दिलाकर आरोपी को वापस छोड़ गए थे पिता
हत्यारोपी भानु प्रताप आठ माह से केंद्र में इलाज करा रहा था। मंगलवार दोपहर उसके पिता आए थे। वह भानु प्रताप के दांत में दर्द होने पर डॉक्टर को दिखाकर गए थे। उसे दवा दिलाने के बाद वापस केंद्र में छोड़ दिया था। केंद्र के संचालक कमलजीत ने केस दर्ज कराने को थाने में तहरीर दी है।
नशा मुक्ति केंद्र से भागने के लिए कर डाली हत्या
पुलिस की गिरफ्त में आए हत्यारोपी ने कबूला है कि वह नशा मुक्ति केंद्र से बाहर जाना चाहता था लेकिन उसके पिता बाहर नहीं जाने दे रहे थे। उसे गुस्सा बहुत आता है इसलिए परिजन भी घर नहीं रख रहे थे। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि मंगलवार को उसके पिता आए थे लेकिन दवा दिलाने के बाद वापस केंद्र में छोड़ दिया। मैंने सोचा कि अगर में किसी की हत्या कर दूंगा तो भागने का मौका मिल जाएगा। इसलिए उसने कुछ दिन पहले ही केंद्र में आए अरुण पटेल को अपने पास बुलाया और कमरे में ले गया जहां उसकी हत्या कर दी।
नशे से मुक्ति पाने को केंद्र में आया मिली मौत
मुरादाबाद अरुण पटेल को उसके परिजन 13 अगस्त को केंद्र में भर्ती कराने के बाद चले गए थे। अरुण नशे का आदी था जिस कारण उसकी सेहत खराब हो रही थी। परिजन बहुत परेशान थे लेकिन उसका नशा नहीं छूट रहा था। परिजन उसे केंद्र में छोड़कर चले गए थे। परिजन सोच रहे थे कि वह नशा छोड़ देगा तो नए सिरे से अपनी जिंदगी शुरू करेगा लेकिन यहां उसे मौत मिली।