योगी सरकार में मंत्रियों के विभागों का हुआ बंटवारा,कई मंत्रियों फिर मिले वही विभाग
योगी सरकार में मंत्रियों के विभागों का बंटवारा सोमवार को हो गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने गृह, सूचना समेत 34 विभागों को अपने पास रखा है। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को इस बार ग्राम्य विकास विभाग दिया गया है। दूसरे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को स्वास्थ्य विभाग मिला है। जितिन प्रसाद को इस बार केशव प्रसाद मौर्य वाला लोक निर्माण विभाग दिया गया है।
उपयोगिता देख-देखकर जिस तरह से योगी मंत्रिपरिषद का गठन किया गया, ठीक उसी तरह कई मंत्रियों को विभाग भी उनके अनुभव और उपयोगिता को देखते हुए सौंपे गए हैं। इसी प्रकार कई ऐसे भी मंत्री भी हैं जिन्हें पिछले कार्यकाल वाले विभाग फिर से दिए गए हैं।
- सुरेश कुमार खन्ना : वित्त एवं संसदीय कार्य विभाग बरकरार रहे। सिर्फ चिकित्सा शिक्षा विभाग बदला।
- सूर्य प्रताप शाही : कृषि, कृषि शिक्षा एवं कृषि अनुसंधान विभाग फिर मिले।
- भूपेंद्र सिंह चौधरी : पंचायती राज विभाग दोबारा दिया गया है।
- रवींद्र जायसवाल : स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन विभाग ही बरकरार।
- कपिल देव अग्रवाल : व्यावसायिक शिक्षा और कौशल विकास विभाग का फिर से जिम्मा।
- गुलाब देवी : पिछली सरकार में राज्यमंत्री के रूप में माध्यमिक शिक्षा संभाला और अब राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में वही विभाग मिला है।
कानून मंत्री से उप मुख्यमंत्री के पद पर लगाई बड़ी छलांग : योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल की मंत्रिपरिषद में पहली सरकार का कामकाज पैमाना बना। कई मंत्रियों को पदावनत करने की जगह उन्हें सीधे बाहर का रास्ता दिखाया गया। वहीं, पिछली सरकार में कानून मंत्री रहे ब्रजेश पाठक को उप मुख्यमंत्री बनाकर बड़ा उपहार दिया गया है। पिछले निजाम में राज्यमंत्री का जिम्मा संभालने वालों में से कई को पदोन्नत कर राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है। साथ ही मंत्रिपरिषद में हर स्तर पर नए चेहरों पर विश्वास जताया गया है।
संदीप, गिरीश, धर्मवीर व गुलाब देवी को पदोन्नति : पिछली सरकार में राज्यमंत्री रहे गिरीश चंद्र यादव, धर्मवीर प्रजापति, गुलाब देवी और संदीप सिंह को पदोन्नत करके राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है। वहीं, कपिलदेव अग्रवाल, रवींद्र जायसवाल राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार बने रहने में सफल रहे। इसके अलावा दिनेश खटीक, बलदेव सिंह ओलख, अजीत पाल व मनोहर लाल मन्नू कोरी इस बार राज्यमंत्री पद पर कायम हैं।