‘राजभवन चलो’ प्रदर्शन को लेकर असम पुलिस ने कांग्रेस के खिलाफ दर्ज किया केस
18 दिसंबर को असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने राजभवन चलो विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के दौरान 2 कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मौत हो गई। वहीं अब असम पुलिस ने विरोध प्रदर्शन के दौरान उत्पन्न कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर मामला दर्ज किया है। बता दें कि बुधवार को कांग्रेस द्वारा देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के दौरान दो कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मौत हो गई थी।
असम पुलिस ने 18 दिसंबर को असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के राजभवन चलो विरोध प्रदर्शन के दौरान उत्पन्न कानून-व्यवस्था की स्थिति के संबंध में स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया है। इसकी जानकारी एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने दी।
गुवाहाटी के पुलिस आयुक्त दिगंता बराह ने कहा, गुवाहाटी सिटी पुलिस ने 18 दिसंबर को असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के राजभवन चलो के दौरान उत्पन्न हुई कानून व्यवस्था की स्थिति के संबंध में स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया है।
कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बुधवार को जम्मू, चंडीगढ़, गुवाहाटी और पटना में राजभवनों तक मार्च सहित देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया। गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बीआर अंबेडकर के बारे में की गई टिप्पणी, मणिपुर में चल रहे संकट, अडानी विवाद पर कथित निष्क्रियता और जम्मू-कश्मीर के राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया।
दो कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मौत
बुधवार को कांग्रेस द्वारा देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के दौरान दो कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मौत हो गई।
19 दिसंबर को गुवाहाटी पुलिस ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 163 के तहत दिसपुर इलाके में निषेधाज्ञा जारी की, जिसमें सार्वजनिक समारोहों पर सख्त प्रतिबंध लगाए गए। इस आदेश में सार्वजनिक समारोहों पर सख्त प्रतिबंध लगाए गए हैं, जिसमें कहा गया है कि क्षेत्र में ऐसी किसी भी गतिविधि के लिए सक्षम अधिकारियों से पूर्व अनुमति लेनी होगी।
यह निर्णय कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता मृदुल इस्लाम की दुखद मौत के बीच लिया गया है, जिनकी कथित तौर पर कांग्रेस पार्टी द्वारा राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन के दौरान गुवाहाटी में मृत्यु हो गई थी।
हिमंत सरमा ने लगाए कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर आरोप
गुरुवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, राज्यपाल की संस्था दलगत राजनीति से ऊपर है। कल, कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने पुलिस बैरिकेड्स तोड़कर राजभवन में जबरन घुसने की कोशिश की और आसपास के इलाकों में अराजकता फैलाई।
उन्होंने कहा, पुलिस एफआईआर दर्ज करेगी और वीडियो रिकॉर्डिंग की समीक्षा सहित घटना की पूरी जांच करेगी। अब से राजभवन के पास किसी भी तरह के प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी जाएगी। विरोध और प्रदर्शनों के लिए पहले से ही एक निर्दिष्ट क्षेत्र आवंटित किया गया है।