राजस्थान एसआईआर अभियान में तेजी

राजस्थान में विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत बुधवार तक बीएलओ ने राज्य में कुल 36 लाख गणना प्रपत्र घर-घर जाकर वितरित किए। चित्तौड़गढ़ और अलवर जिले लगातार दो दिन से गणना प्रपत्र वितरण में अग्रणी रहे। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) नवीन महाजन ने बताया कि प्रदेश के सभी मौजूदा मतदाताओं के लिए नए गणना प्रपत्र (ईएफ) की छपाई और वितरण का कार्य 199 विधानसभा क्षेत्रों में चल रहा है। सभी राज्यों की मतदाता सूचियां https://voters.eci.gov.in/ पर अपलोड की जा चुकी हैं और यह CEO की वेबसाइट पर भी उपलब्ध हैं।
वर्तमान मतदाताओं की मैपिंग
महाजन ने बताया कि पिछले विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की सूची में यदि किसी वर्तमान मतदाता के माता-पिता या दादा-दादी का नाम शामिल है, तो पारिवारिक संबंधों के माध्यम से वंशावली मैपिंग की जा रही है। 40 वर्ष से अधिक आयु के 84.98% मतदाताओं और 40 वर्ष से कम आयु के 53.28% मतदाताओं की मैपिंग पूरी हो चुकी है। इस प्रकार कुल 68.17% मतदाता पिछले विशेष गहन पुनरीक्षण से मैप हो चुके हैं और उन्हें केवल गणना प्रपत्र भरना होगा, कोई अतिरिक्त दस्तावेज जमा नहीं करना होगा।
अग्रणी और पिछड़े जिले
मैपिंग में बाड़मेर, नागौर, बालोतरा, जालौर और दौसा जिले अग्रणी हैं। जबकि जोधपुर, जयपुर, कोटा, श्रीगंगानगर और अजमेर में इस कार्य में और सतर्कता की आवश्यकता है।
मैपिंग का लाभ
राज्य के वे मतदाता जिनका मिलान अन्य राज्यों की पिछली SIR सूची से हो गया है, उन्हें किसी दस्तावेज की आवश्यकता नहीं। यह प्रक्रिया मतदाताओं के लिए सरल और सुविधा जनित है।
गणना प्रपत्र में जानकारी भरना
4 नवंबर से 4 दिसंबर तक बीएलओ घर-घर जाकर दो प्रति में गणना प्रपत्र वितरित कर रहे हैं। प्रपत्र में नाम, ई-EPIC नंबर, पता, विधानसभा क्षेत्र, पिता/अभिभावक और माता का नाम, मोबाइल नंबर, जीवनसाथी की जानकारी आदि भरनी होगी। यदि मतदाता पिछले SIR में शामिल था तो उस समय की सूची का विवरण भरना होगा, अन्यथा अपने परिवार के सदस्यों का विवरण भरकर प्रपत्र जमा करना होगा। महाजन ने सभी मतदाताओं से अपील की है कि वे 4 दिसंबर तक नवीनतम रंगीन फोटो और आवश्यक विवरण सहित गणना प्रपत्र अपने बीएलओ को जमा कर सही और स्वच्छ मतदाता सूची बनाने में सहयोग दें और लोकतंत्र में अपनी जिम्मेदारी निभाएं।



