राजस्थान: भजन सरकार के दो साल पर डोटासरा ने दी खुली चुनौती

राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने मुख्यमंत्री के विधायक दल का नेता चुने जाने के दो वर्ष पूर्ण होने पर की गई प्रेस वार्ता पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा सरकार का जन्म पर्ची से हुआ और दो वर्षों में प्रदेश को हर क्षेत्र में पीछे धकेल दिया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को अपने कार्यकाल की उपलब्धियां गिनानी चाहिए थीं, लेकिन जनता से किए गए वादों पर चुप्पी साध ली गई।
डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में 25 लाख रुपये तक का इलाज मिलता था, जिसे घटाकर 5 लाख कर दिया गया। दुर्घटना बीमा, नि:शुल्क दवा योजना और आरजीएचएस जैसी योजनाएं दम तोड़ रही हैं। कई अस्पताल योजना से बाहर हो चुके हैं और ग्रामीण क्षेत्रों में दवाइयों का संकट बना हुआ है। सांचौर मेडिकल कॉलेज परियोजना को निरस्त करना सरकार की असंवेदनशीलता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि किसान खाद के लिए लाइन में खड़े हैं, लाठियां खा रहे हैं, गेहूं पर बोनस और समर्थन मूल्य के वादे पूरे नहीं किए गए। किसान सम्मान निधि बढ़ाने का वादा भी पूरा नहीं हुआ। शिक्षा विभाग में सवा लाख शिक्षकों की कमी है, तबादलों और भर्तियों में भ्रष्टाचार हो रहा है, जबकि महिला आरक्षण जैसे वादे हवा में हैं।
डोटासरा ने आरोप लगाया कि इंदिरा रसोई, फूड पैकेट योजना, पशुधन बीमा, 150 यूनिट मुफ्त बिजली जैसी जनकल्याणकारी योजनाएं बंद या कमजोर कर दी गईं। ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना बनाने की घोषणा के बावजूद केंद्र से एक रुपया भी नहीं मिला। यमुना जल परियोजना की डीपीआर को लेकर मुख्यमंत्री के बयान विरोधाभासी हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपराध बढ़ रहे हैं, कानून व्यवस्था चरमराई हुई है, बड़े हादसों पर सरकार की संवेदनशीलता नजर नहीं आती। भाजपा सरकार का कोई स्पष्ट विजन नहीं है और प्रशासन बेलगाम हो चुका है। अंत में डोटासरा ने मुख्यमंत्री को अल्बर्ट हॉल पर जनता के सामने खुली बहस की चुनौती देते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार के काम खुद तुलना में सामने आ जाएंगे।



