लव जिहाद और ड्रग माफिया पर कसेंगे शिकंजा, सीएम मोहन बोले- अपराधियों को लगाएंगे ठिकाने

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार को हुजूर विधानसभा क्षेत्र में रक्षाबंधन महोत्सव में बहनों से राखी बंधवाई और कहा कि महिलाओं की सुरक्षा उनकी सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने लव जिहाद और ड्रग माफिया पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही और बहनों के लिए कई योजनाओं की सौगात भी दी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मंगलवार को हुजूर विधानसभा क्षेत्र में नर्मदापुरम रोड स्थित आमिर मैजेस्टिक पार्क में आयोजित रक्षाबंधन महोत्सव को संबोधित किया। इसमें लव जिहाद और ड्रग माफिया को लेकर उन्होंने कहा कि इस पर शिकंजा कसा जाएगा। अपराधियों को ठिकाने लगा दिया जाएगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बहनों से राखियां भी बंधवाईं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं पर कुदृष्टि डालने वाले, ड्रग माफिया और लव जिहादियों को किसी भी स्थिति में नहीं छोड़ा जाएगा। लव जिहाद हो या ड्रग माफिया, इनके माध्यम से जो भी आपराधिक गतिविधियां की जा रही हैं, उन पर सख्त कार्रवाई करते हुए शिकंजा कसा जा रहा है। राज्य सरकार किसी अपराधी को छोड़ने वाली नहीं है। सभी प्रकार के अपराधों पर अंकुश लगाते हुए बहन-बेटियों को हर संभव सुरक्षा प्रदान करने के लिए राज्य सरकार संकल्पित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हुजूर विधानसभा क्षेत्र में 200 करोड़ की लागत से सीवर लाइन सहित अन्य विकास कार्य किए जाएंगे। स्थानीय विधायक एवं पूर्व प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव बेटियों की सुरक्षा और लाडली बहनों के कल्याण के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। रक्षाबंधन पर्व पर प्रदेशभर की बहनों ने अपने भाई और मुख्यमंत्री को राखी बांधी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार नारी सशक्तिकरण के लिए कार्य कर रही है। रक्षाबंधन से पहले बहनों को लाड़ली बहना योजना की मासिक किश्त सहित 250 रुपए का शगुन अलग से भेजा गया है। बहनों के हाथ में यश होता है, लक्ष्मी पूजन भी उन्हीं के माध्यम से होता है। अब दीपावली के बाद भाई-दूज से प्रदेश भर की लाड़ली बहनों को हर महीने 1500 रुपए की सौगात मिलेगी।
उन्होंने कहा कि उद्योगों में काम करने वाली बहनों को विशेष रूप से गारमेंट जैसे रोजगार परक उद्योग में कार्यरत बहनों को 5 हजार प्रतिमाह की प्रोत्साहन राशि देने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि बहनों के साथ बैठने से माता और पिता दोनों का प्रेम एक साथ मिल जाता है, जीवन धन्य हो जाता है। परिवार में बहन-भाई का रिश्ता युगों-युगों से अटूट है। महाभारत काल में भगवान श्रीकृष्ण और द्रौपदी का रिश्ता भाई-बहन के प्रेम का उत्कृष्ट उदाहरण है।