सीएम योगी ने की गोरखनाथ मंदिर में गोवर्धन पूजा

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में गोवर्धन पूजा की और गायों को खाना खिलाया। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में 16 लाख गौवंश ऐसे हैं जिन पर हम राज्य सरकार के माध्यम से सब्सिडी दे रहे हैं। किसानों की फसलों को नुकसान न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए यह प्रयास शुरू किया गया है।
गोवर्धन पूजा के अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना और गौ-सेवा की। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि “दीपोत्सव के पंचदिवसीय महापर्वों की श्रृंख्ला में आज पावन गोवर्धन पूजा है।
भारत की कृषि प्रधान व्यवस्था का प्रतीक गोवर्धन पूजा का यह कार्यक्रम रहा। मैं इस अवसर पर प्रदेशवासियों को हृदय से बधाई देता हूं। भारत जैसे कृषि प्रधान देश में गौ और गौवंश का महत्व क्या है, गोवर्धन पूजा इस बात का प्रतीक है और दीपावली जैसे महापर्व के साथ इस आयोजन को जोड़कर इसके महत्व को और भी प्रभावी बनाया गया है।
ये मेरा सौभाग्य है कि आज सुबह मुझे गौ पूजन और गौ सेवा करने का अवसर यहां प्राप्त हुआ है। भारत की समृद्धि का आधार भारतीय गौवंश रहा है। आज भी प्रधानमंत्री की प्रेरणा से देश में गोवर्धन योजना के अंतर्गत गाय के गोबर से बायो कंपोस्ट और इथेनॉल बनाने के जो अभिनव कार्यक्रम प्रारंभ हुए हैं, यह गौवंश के संवर्धन और उनके संरक्षण में एक बड़ी भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं।
मुझे बताते हुए प्रसन्नता है कि केवल पूजन ही नहीं बल्कि उसके अनुरूप कार्ययोजना भी प्रारंभ की जा रही है। प्रदेश में 16 लाख गौवंश ऐसे हैं जिन पर हम राज्य सरकार के माध्यम से सब्सिडी दे रहे हैं। किसानों की फसलों को नुकसान न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए यह प्रयास शुरू किया गया है। तीन प्रकार की योजनाएं हैं।
निराश्रित गोशाला योजना, जिसमें हम सरकारी स्तर पर प्रत्येक गाय के लिए 1500 रुपये प्रति माह प्रदान करते हैं। इसी प्रकार, एक सहभागिता योजना है, जिसमें यदि कोई किसान गोवंश संरक्षण के हमारे कार्यक्रम से जुड़ता है, तो उसे 4 गोवंश प्रदान किए जाते हैं।
‘परिवार सरकार से आसानी से 6000 रुपये मासिक प्राप्त कर सकता’
हम उसे हर महीने प्रति गाय 1500 रुपये देते हैं, यानी अगर उसके पास चार गोवंश हैं, तो वह परिवार सरकार से आसानी से 6000 रुपये मासिक प्राप्त कर सकता है। ऐसी ही एक तीसरी योजना कुपोषित परिवारों के लिए है। कुपोषित माताओं और बच्चों वाले परिवारों को निराश्रित गोशालाओं में छोड़ी गई गायें मिलती हैं।
योजना के तहत दिए जाते हैं 1500 रुपये प्रति माह
वे गायों की सेवा भी करते हैं, गायों का दूध भी निकालते हैं, और इस योजना के तहत उन्हें 1500 रुपये प्रति माह दिए जाते हैं। मुझे खुशी है कि बड़ी संख्या में लोगों को इस योजना का लाभ मिला है।
किसानों को गोबर का मूल्य मिल रहा
अन्नदाता किसान समृद्धि की ओर अग्रसर हुआ है और प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से प्रदेश में क्रियान्वित गोवर्धन योजना के तहत संपीड़ित बायोगैस और इथेनॉल उत्पादन के अभिनव कार्यक्रम प्रारंभ किए गए हैं, जिससे किसानों को गोबर का मूल्य मिल रहा है।