113 साल की दादी मरने से पहले पोते को बना गईं प्रधान, एक वोट आया काम
कहते हैं चुनाव में एक-एक वोट बेहद मायने रखता है. कोई एक वोट से ही सिंकदर बन जाता है तो कोई एक वोट से ही लूजर कहलाता है. कुछ ऐसा ही हुआ महाराष्ट्र के पुणे में जहां दादी के एक वोट ने पोते को पंचायत चुनाव में जीत दिलवा दी और उस जीत का जश्न देखने से पहले ही दादी का देहांत हो गया.
जब 18 जनवरी को चुनाव नतीजों का ऐलान किया गया तो पता चला कि विजय साठे को सिर्फ एक वोट के अंतर से जीत मिली है. चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद विजय साठे ने कहा कि अगर मेरी दादी वोट ना डालती तो मैं नहीं जीतता.
उन्होंने कहा कि मेरी दादी का एक वोट मेरे लिए उनका आशीर्वाद साबित हुआ जिसकी वजह से मैं ये चुनाव जीत पाया. साठे ने कहा अगर मेरी 113 साल की दादी उस दिन वोट डालने नहीं जाती तो शायद मैं ये चुनाव हार जाता.
विजय साठे ने बताया कि उनकी दादी भी चाहती थीं कि उनका पोता गांव के लिए कुछ अच्छा करे जिसका अब उन्हें मौका मिल गया है.