मारीपोल के एक हिस्से पर रूसी सेना का कब्जा,यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने आस्ट्रेलिया से मांगी मदद

यूक्रेन की राजधानी कीव के नजदीक कुछ घंटों की शांति के बाद गुरुवार को फिर से लड़ाई भड़क उठी। वहां पर तीन कस्बों पर वापस कब्जा करने के बाद उत्साहित यूक्रेनी सेना के रूसी सेना पर हमले की खबर है। इससे दोनों सेनाएं फिर भिड़ गईं। इससे पहले रूस ने कहा था कि वह कीव और चार्निहीव पर हमले रोककर पूर्वी यूक्रेन के डोनेस्क इलाके पर ध्यान केंद्रित करेगा। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि कीव में हमारी सेना के कड़े प्रतिरोध के चलते रूसी सेना को पीछे हटना पड़ा है, डोनेस्क में भी मुकाबला होगा।

मारियोपोल के एक हिस्‍से पर काबिज हुआ रूस  

इस बीच मारीपोल के एक हिस्से पर रूसी सेना का कब्जा होने की खबर है। मारीपोल में रूसी गोलाबारी से रेडक्रास के भंडार गृह में नुकसान होने की खबर है। मारीपोल में फंसे लोगों को निकालने पर दोनों देशों की सेनाओं में सहमति बन गई है।

कई इलाकों में बैकफुट पर रूस

अमेरिका ने कहा है कि राजधानी कीव के बाहरी इलाकों में यूक्रेनी सेना का प्रतिरोध बढ़ने पर रूसी सेना को पीछे हटना पड़ा। इसके चलते कई उपनगरीय इलाके उसके हाथ से निकल गए। मंगलवार को तुर्की में हुई दोनों देशों की वार्ता में रूसी वार्ताकारों ने आपसी विश्वास बढ़ाने के लिए कीव और चार्निहीव पर हमले कम करने की घोषणा की थी। वास्तव में कीव में पिछड़ने के बाद रूस ने वह घोषणा की।

पुतिन को जानकारी नहीं दे रहे अधिकारी

अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि युद्ध क्षेत्र की वास्तविक स्थिति से अधिकारी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को अवगत नहीं करा रहे, इसी के चलते वह यूक्रेन युद्ध के संबंध में व्यावहारिक फैसले नहीं ले रहे। नाटो ने कहा है कि रूस यूक्रेन के किसी इलाके से सेना हटा नहीं रहा बल्कि उन्हें मोर्चो पर तैनाती के लिए फिर से तैयार कर रहा है।

चार्निहीव शहर पर रूसी गोलाबारी

ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि चार्निहीव शहर पर रूसी गोलाबारी और बमबारी जारी है। शहर के बाहरी इलाकों में रूस और यूक्रेन की सेनाओं के बीच भीषण संघर्ष चल रहा है। बताया गया है कि मारीपोल के बाद चार्निहीव में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है और वहां पर एक लाख से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं। मीकोलईव के प्रशासनिक भवन के मलबे से कुछ और शव बरामद हुए हैं। मंगलवार को भवन पर मिसाइल हमले में मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है।

जंग थमने के आसार नहीं

इस बीच इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्रागी से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने युद्धविराम के लिए सही समय न होने की बात कही है। दोनों नेताओं की गुरुवार को टेलीफोन पर वार्ता हुई थी। जबकि यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने आस्ट्रेलिया की संसद को संबोधित करते हुए रूस के खिलाफ और कड़े प्रतिबंधों की मांग की है जिससे वह यूक्रेन पर हमले रोके। उन्होंने आस्ट्रेलिया से बख्तरबंद वाहन भी मांगे हैं।

चेर्नोबिल छोड़ रहे रूसी सैनिक

यूक्रेन के चेर्नोबिल परमाणु संयंत्र से रूसी सैनिकों की संख्या कम हो रही है। इस लिहाज से आने वाले कुछ दिनों में चेर्नोबिल रूसी कब्जे से मुक्त हो सकता है। 20 वीं सदी में दुर्घटना का शिकार हुए इस परमाणु संयंत्र के रिएक्टर काम नहीं कर रहे हैं लेकिन इसमें रेडियोएक्टिव तत्वों का बड़ा भंडार मौजूद है। इसलिए संयंत्र के तापमान को कम रखकर उसे सुरक्षित रखना आवश्यक है। यूक्रेन पर हमले के शुरुआती दिनों में ही रूसी सेना इस संयंत्र पर कब्जा कर लिया था।

तुर्की में फिर हो सकती है विदेश मंत्रियों की मुलाकात

तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुट कावूसोग्लू ने कहा है कि यूक्रेन में युद्धविराम के सिलसिले में दो हफ्ते के भीतर रूस और यूक्रेन के विदेश मंत्रियों के बीच तुर्की में एक बार फिर वार्ता हो सकती है। शुक्रवार को दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडलों के एक बार फिर वार्ता हो सकती है। लेकिन इस बार की वार्ता आमने-सामने बैठकर नहीं बल्कि वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिेये होगी।

रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए गए

ब्रिटेन ने रूस की सरकारी मीडिया कंपनियों- आरटी और स्पुतनिक सहित 14 लोगों पर प्रतिबंधों का एलान किया है। जर्मनी ने भी रूसी कंपनियों पर नए प्रतिबंधों की घोषणा की है। अमेरिका ने भी 13 लोगों और सात कंपनियों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है।

रूसी हैकर ने यूरोप के हजारों मोडम किए थे फेल

यूक्रेन सरकार द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे सेटेलाइट नेटवर्क पर हुए साइबर अटैक की जांच में पता चला है कि उसके पीछे रूसी हैकर की साजिश थी। इस अटैक के चलते यूरोप के दसियों हजार मोडम का कामकाज ठप हो गया था। यह साइबर अटैक यूक्रेन में जारी युद्ध के दौरान हुआ था। ब्रिटेन के खुफिया प्रमुख जेरेमी फ्लेमिंग ने कहा है कि यूक्रेन और उसके समर्थक देशों के साइबर स्पेस पर रूस लगातार हमले कर रहा है। रूसी हैकर विरोधियों के साइबर नेटवर्क को नुकसान पहुंचाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। ऐसा यूक्रेन युद्ध शुरू होने से पहले से लगातार हो रहा है।  

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