हरियाणा में चल रही शीत लहर: कुरुक्षेत्र में 11 डिग्री तक लुढ़का पारा

कुरुक्षेत्र में रखरखाव के अभाव में जहां अर्जुन चौक व पुराना बस अड्डा के पास बनाए रैन बसेरे बदहाल हो चुके हैं वहीं दिसंबर माह शुरू हो चुका है, जिसके बावजूद आज तक प्रशासन इन्हें दुरूस्त नहीं करवा पाया है।
सर्दी लगातार बढ़ने लगी है, जिससे हर कोई अभी से परेशान सा दिखाई देने लगा है। पिछले चार दिनों से ही पारा लगातार लुढ़क रहा है और यह रविवार को 11 डिग्री तक पहुंच गया। सर्दी के चलते बीमारियां भी बढ़ने लगी है, जिससे अस्पतालों की ओपीडी में इजाफा हुआ है। ऐसे मौसम में धर्मनगरी में आज भी अनेकों लोग खुले आसमान के नीचे एक कंबल व चद्दर के सहारे रात गुजारने को मजबूर हैं। भले ही इन लोगों के पास अपना घर नहीं है, लेकिन इनके लिए प्रशासन की ओर से बनाए रैन बसेरे भी सहारा नहीं बन पाए हैं।
प्रशासन की ओर से रेलवे स्टेशन के समीप आरओबी के नीचे, पुराना बस अड्डा, ब्रह्मसरोवर अर्जुन चौक व ब्रह्मसरोवर नजदीक दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर के पास स्थापित किए गए। रखरखाव के अभाव में जहां अर्जुन चौक व पुराना बस अड्डा के पास बनाए रैन बसेरे बदहाल हो चुके हैं वहीं दिसंबर माह शुरू हो चुका है, जिसके बावजूद आज तक प्रशासन इन्हें दुरूस्त नहीं करवा पाया है।
हालांकि बाकी दो रैन बसेरों की हालत अच्छी मानी जा रही है, लेकिन यह पर्याप्त नहीं माने जा रहे हैं। ऐसे में लोग ठंड से बचने के लिए बदहाल रैन बसेरों का भी रूख करते हैं, लेकिन पुराने बस अड्डे के रैन बसेरे का ताला ही नहीं खुल पाया तो वहीं अर्जुन चौक पर रैन बसेरे में प्रवेश करने पर सहम जाते हैं। यह इस हालत में है कि शायद मरम्मत तक न हो सके।
रैन बसेरे की व्यवस्था न मिलने पर मजबूरी में लोग रात भर पार्किंग शेड व आसपास की दीवारों के सहारे ही रात गुजारते हैं। बड़ी संख्या में ऐसे लोग कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड कार्यालय के बाहर ही देखे जा सकते हैं जबकि यही हालात ब्रह्मसरोवर के आसपास हर ओर बने रहते हैं।
जल्द दुरूस्त होंगे दोनों रैन बसेरे : डीएमसी
डीएमसी पंकज सेतिया का कहना है कि आरओबी के नीचे व दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर के समीप रेन बसेरे बेहतर अवस्था में हैं। आरओबी के नीचे रैन बसेरे में 50 से भी ज्यादा लोग सो सकते हैं। बाकी दोंनो को भी जल्द दुरूस्त करने के लिए प्रकिया की हुई है। गीता जयंती महोत्सव के चलते अर्जुन चौक से रैन बसेरा हटाकर आसपास दूसरी जगह स्थापित किया जाएगा।