जानें क्या आपका भी हैं मंकी ब्रेन
बंदर एक जगह पर ज्यादा देर तक टिक न पाने की अपनी आदत के लिए जाने जाते हैं। वे हमेशा एक जगह से दूसरी जगह कूदते-फांदते रहते हैं। ऐसा ही हमारा दिमाग भी होता है, जो हमेशा एक-जगह से दूसरी जगह भागता रहता है। बंदरों की ही तरह कई बार कुछ लोगों का दिमाग भी एक चीज पर ज्यादा समय तक टिककर नहीं रह पाता है। वे हमेशा एक चीज से दूसरी चीज के बारे में सोचते रहते हैं और किसी भी एक काम पर फोकस नहीं कर पाते हैं। इसे मंकी माइंड कहते हैं।
जैसा कि इसके नाम से समझ सकते हैं कि इसमें व्यक्ति के ख्याल काफी बिखरे हुए होते हैं और वे किसी एक काम पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते हैं। इस कारण से अक्सर उन्हें कोई भी टास्क पूरा करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है क्योंकि वे किसी एक काम पर फोकस नहीं कर पाते हैं।
जैसे बंदरों का दिमाग हमेशा इधर-उधर भागता रहता है। इनका दिमाग भी एक जगह नहीं रहता है। ऐसे व्यक्तियों को कई बार एंग्जायटी, स्ट्रेस और डिस्ट्रेक्शन्स का सामना करना पड़ता है। आइए जानते हैं, कैसे पता लगा सकते हैं कि क्या आपका मंकी माइंड है और कैसे इसे कंट्रोल कर सकते हैं।
एकाग्रता की कमी
मंकी माइंड का सबसे आम लक्षण है, एकाग्रता की कमी। वे व्यक्ति किसी एक काम पर ज्यादा समय तक फोकस कर ही नहीं पाते हैं। कई लोगों को आपने देखा होगा कि जैसे ही फोन पर कोई नोटिफिकेशन आता है, वे सारा काम छोड़कर उसे देखने लग जाते हैं। यह कमजोर कॉन्संट्रेशन के लक्षण हैं।
इसलिए एकाग्रता बढ़ाने के लिए आप अपने महत्वपूर्ण कामों को सबसे पहले करने की कोशिश करें, ताकि आपका जल्द से जल्द उन कामों को खत्म कर सकें और आपका ध्यान बार-बार इधर-उधर न जाए।
प्रोक्रेस्टिनेशन
एक काम पर फोकस न कर पाने की वजह से कई बार लोग अपने काम को बाद के लिए टालते रहते हैं। इस कारण से अक्सर उनका काम काफी इकट्ठा हो जाता है और वे काम को समय पर पूरा नहीं कर पाते हैं।
इस परेशानी से बचने के लिए कोशिश करना चाहिए कि आप ऐसे कामों को उसी समय कर लें, जिसमें ज्यादा समय या मेहनत नहीं लगने वाली है। इससे आपका काम का बर्डन कम होगा।
आसानी से नींद न आना
हमेशा कुछ न कुछ सोचते रहने की वजह से, हमेशा कुछ कुछ नया ख्याल दिमाग में आता रहता है। इस कारण से आसानी से नींद नहीं आती है। नींद पूरी न होने की वजह से सेहत से जुड़ी कई समयाएं हो सकती हैं। इसके अलावा चिड़चिड़ापन, थकान जैसी आम समस्याएं तो हैं ही।
इसलिए रात को सोने से पहले सभी डिस्ट्रेक्टिंग चीजों को खुद से दूर कर दें। सोने से एक घंटा पहले कोई थ्रिलर मूवी या किताब न पढ़ें और कैफीन का सेवन भी न करें।
अस्थिर मन
जिन लोगों का मंकी माइंड होता है, वे अक्सर कई सारे विचारों से घिरे रहते हैं। एक साथ कई विचारों से घिरे रहने की वजह से अक्सर उन्हें एक काम पर फोकस करने में तकलीफ होती है और रोज के छोटे-छोटे फैसले लेने में भी उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
इसलिए कोशिश करनी चाहिए कि एक साथ कई ऑप्शंस के बारे में न सोचें और एक बार में एक ही काम पर ध्यान लगाएं।
दिमागी थकान
हर वक्त कुछ न कुछ सोचते रहने और डिस्ट्रेक्टेड रहने की वजह से दिमाग थक जाता है। ज्यादा सोचने की वजह से भी अक्सर दिमागी थकान का सामना करना पड़ता है।
इस परेशानी से बचने के लिए माइंडफुल एक्टिविटीज करनी चाहिए। इससे दिमाग को रेस्ट मिलेगा और बेहतर भी महसूस होगा। इसके अलावा दिमाग को चार्ज करने के लिए भरपूर नींद, हेल्दी डाइट और मेडिटेशन करें। अपने दिन का कुछ समय अपनी फेवरेट हॉबी के लिए निकालें, ये भी काफी मददगार हो सकता है।