दिल्ली: अगले एक महीने में बदल जाएगी इन तीन बस टर्मिनल की सूरत, LG ने दिए थे निर्देश
दिल्ली के तीनों अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी) अगले एक माह में बदले-बदले नजर आएंगे। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना के निर्देश पर दिल्ली परिवहन अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (डीटीआईडीसी) कश्मीरी गेट, आनंद विहार और सराय काले खां स्थित इन तीनों आईएसबीटी का विकास कर रहा है।
इन टर्मिनल में 15 सितंबर से नए स्टैंड शुल्क ढांचे की शुरुआत के कारण टर्न अराउंड समय, बसों के संचलन और बेहतर परिधीय यातायात में सुधार, परिसरों के अंदर और आसपास नागरिक व अन्य बुनियादी सुविधाओं को बेहतर किया जा रहा है। बीते दिनों एलजी ने कश्मीरी गेट और सराय काले खां और आनंद विहार का दौरा किया था। अपने दौरे में उन्होंने कई कमी पाई थी। एलजी ने इन्हें सुधारने और दूर करने के निर्देश दिया।
यह कमियां हुईं दूर आईएसबीटी कश्मीरी गेट पर
बसों के प्रवेश द्वार पर
क्षतिग्रस्त फुटपाथ का पुनर्निर्माण
फास्टैग के प्रवेश द्वार पर पोर्टा केबिन में सुधार
फास्टैग बैरियर के पास स्टोर रूम में सुधार
एएसआई की दीवार के साथ अतिक्रमण हटाया गया
आईएसबीटी कश्मीरी गेट का प्रस्थान खंड
दुकानों का अतिक्रमण हटाया
टिकट काउंटर को किया गया स्थानांतरित
प्रतीक्षालय में फर्श को किया गया ठीक
चल रहा फाल्स सीलिंग, टूटी हुई टाइलें, मैनहोल कवर करने का काम
आईएसबीटी कश्मीरी गेटकी पहली मंजिल
पर्याप्त लाइट फिटिंग का किया जा रहा काम
आईएसबीटी कश्मीरी गेट का लोथियन रोड की ओर निकास द्वार
क्षतिग्रस्त फुटपाथ का पुनर्निर्माण
आईएसबीटी सराय काले खां में बसों के प्रवेश द्वार पर
शौचालय की सैनिटरी फिटिंग में सुधार
प्लेटफार्म की बदली जा रही छत
प्रशासनिक ब्लॉक के फेस वर्क का चल रहा काम
आईएसबीटी आनंद विहार के परिसर में
प्लेटफॉर्म ए और डीएमआरसी बाउंड्री वॉल के माध्यम से दिया जा रहा रास्ता
कई जगह मिले गड्ढे, चल रहा मरम्मत का काम
प्लेटफॉर्म में सुधार का काम
नौ फ्लाईओवरों की 16 करोड़ से होगी मरम्मत
दिल्ली सरकार नौ फ्लाईओवरों की मरम्मत कराएगी। इसके लिए हाल ही में 16 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधीन आने वाले इन फ्लाईओवरों में अफ्रीका एवेन्यू, मोती बाग, सावित्री सिनेमा, आईटीओ, तिलक नगर डिस्ट्रिक्ट सेंटर, तिलक नगर मेट्रो, मायापुरी व पंजाबी बाग फ्लाईओवर शामिल हैं। इसमें मायापुरी फ्लाईओवर पर काम शुरू कर दिया गया है। यह काम 30 दिन में पूरा कर लिया जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि यातायात के अधिक दबाव के कारण फ्लाईओवरों में छोटी मोटी कमियां आ जाती हैं। इसके साथ ही हर 15 साल में एक्सपेंश ज्वाइंट खराब हो जाते हैं जिन्हें बदलने की जरूरत होती है। हाल में कराए गए सर्वे में पता चला कि फ्लाईओवरों में काम कराने की जरूरत है। कई फ्लाईओवरों में एक्सपेंशन ज्वाइंट खराब मिले वहीं लंबे समय से रखरखाव न होने के कारण भी टूट फूट की काफी समस्याएं हैं।