किडनी खराब होने से पहले शरीर देता है ये संकेत, भूलकर भी न करें अनदेखा

किडनी हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो खून से विषाक्त पदार्थों को छानकर उन्हें यूरिन के रूप में बाहर निकालती है। किडनी की खराबी से शरीर में कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं, खासकर डायबिटीज रोगियों में यह समस्या अधिक देखने को मिलती है। यदि समय पर किडनी की खराबी के संकेत पहचान लिए जाएं, तो इससे गंभीर बीमारियों को रोका जा सकता है। आइए, जानते हैं किडनी खराब होने के 5 प्रमुख संकेत जिन्हें भूलकर भी अनदेखा नहीं करना चाहिए।

यूरिन में झाग आना
यदि यूरिन में बुलबुले या झाग दिखाई देने लगे तो यह किडनी की खराबी का संकेत हो सकता है। डायबिटीज रोगियों में किडनी फिल्ट्रेशन का काम ठीक से नहीं हो पाता, जिससे यूरिन में प्रोटीन लीक होने लगता है। लोग इस लक्षण को सामान्य मानकर नज़रअंदाज़ कर देते हैं, लेकिन यह एक गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है।

रात में बार-बार पेशाब आना
यदि रात के समय दिन की तुलना में ज्यादा पेशाब आ रहा है, तो यह किडनी की समस्या का संकेत हो सकता है। किडनी का सही तरीके से टॉक्सिन्स को फिल्टर न कर पाने के कारण बार-बार पेशाब आता है। डायबिटीज के मरीजों में यह समस्या अधिक होती है, इसलिए इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए।

हाथों-पैरों में सूजन
किडनी की खराबी के कारण शरीर में टॉक्सिन्स और खराब फ्लूड जमा होने लगते हैं, जिससे हाथों, पैरों और एड़ियों में सूजन आ सकती है। कई बार लोग इसे वजन बढ़ने की वजह समझ लेते हैं, लेकिन यह किडनी की खराबी का संकेत हो सकता है। किडनी लिक्विड और सोडियम के स्तर को संतुलित नहीं कर पाती, जिससे सूजन होती है।

पैरों में ऐंठन
रात के समय पैरों में ऐंठन या क्रैम्प्स आना एक और संकेत हो सकता है कि किडनी ठीक से काम नहीं कर रही। यह इलेक्ट्रोलाइट्स में असंतुलन के कारण होता है, जिसे संतुलित रखने का काम किडनी करती है। अगर किडनी में समस्या होती है, तो मांसपेशियों में ऐंठन और दर्द होने लगता है।

थकान या एनीमिया की शिकायत
किडनी की खराबी के कारण शरीर में थकावट और एनीमिया हो सकता है। किडनी एक हार्मोन रिलीज करती है, जो खून में लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को नियंत्रित करता है। यदि किडनी सही से काम नहीं कर रही है, तो एनीमिया, कमजोरी और शरीर का पीला दिखाई देना जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं।

किडनी की समस्या की रोकथाम कैसे करें?
यदि आपको ऊपर दिए गए लक्षणों में से कोई भी संकेत दिखे, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डायबिटीज रोगियों को नियमित रूप से अपने यूरिन की जांच करवानी चाहिए ताकि किडनी की स्थिति का समय रहते पता चल सके। शुरुआती चरण में किडनी की खराबी का पता चलने पर इसे नियंत्रित किया जा सकता है, जिससे आगे चलकर गंभीर समस्या होने से बचा जा सकता है।

किडनी का स्वस्थ रहना हमारे पूरे शरीर के लिए आवश्यक है, इसलिए इसके संकेतों को नज़रअंदाज़ न करें और समय रहते आवश्यक कदम उठाएं।

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