दिल्ली: प्रदूषण बढ़ने के साथ यमुना भी दूषित, छठ पूजा से पहले झाग-झाग हुई नदी
राजधानी में छठ पूजा से पहले यमुना नदी का हाल बेहाल है। जहरीली झाग नदी में दिखाई देने लेगी है। ताजा वीडियो कालिंदी कुंज से सामने आया है। यहां यमुना नदी के पानी के ऊपर सिर्फ झाग ही दिख रहा है।
दिल्ली बढ़ते वायु प्रदूषण से जूझ रही है। इस बीच शुक्रवार को कालिंदी कुंज इलाके में यमुना नदी पर जहरीला झाग तैरता देखा गया। सुबह 8 बजे राष्ट्रीय राजधानी का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक 293 तक गिरकर ‘खराब’ श्रेणी में आ गया। भाजपा ने प्रदूषण को लेकर अब आम आदमी पार्टी (आप) और अरविंद केजरीवाल के खिलाफ तीखा हमला किया है। भाजपा ने कहा है कि आप का प्रदूषण कम करने का कोई इरादा नहीं है और वे इस मुद्दे पर केवल आरोप-प्रत्यारोप का खेल खेलते हैं।
भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि पिछले 10 वर्षों से दिल्ली में AAP सरकार का प्रदूषण कम करने का कोई इरादा नहीं है। प्रदूषण फिर से हानिकारक हो रहा है। नदी और हवा प्रदूषित हैं। लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। यह तो सिर्फ शुरुआत है। 4-5 महीने बाद चुनाव हैं, मैं लोगों से अनुरोध करता हूं कि दिल्ली को फिर से दिल्ली बनाने के लिए भाजपा को मौका दें। जब समस्या होगी तो आप सरकार जागेगी, जिस दिन दिल्ली की समस्याएं हल होंगी समस्या आने से पहले ही वे जागना शुरू कर देते हैं।’
हम प्लान तैयार कर रहे हैं: पर्यावरण मंत्री
राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता खराब होने पर दिल्ली पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा, ‘विपक्ष को कुछ बोलने का हक ही नहीं है। हम प्लान तैयार कर रहे हैं कुछ प्रयास कर रहे लेकिन भाजपा की सरकारें सो रही हैं। उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान में भाजपा की सरकार सो रही है। केंद्र में भाजपा की सरकार सो रही है। विपरीत मौसम में भी कैसे प्रदूषण का प्रभाव कम हो इसके लिए दिल्ली सरकार सबसे ज्यादा सक्रियता के साथ कर रही है।’
दिल्ली पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा, ‘दिल्ली में जैसे-जैसे मौसम में बदलाव हो रहे हैं उसका असर अब प्रदूषण पर दिखने लगा है। मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में हवा की गति कम हो रही है। तापमान तेजी से गिर रहा है। दिल्ली में कुछ जगहों पर प्रदूषण ज्यादा है इसको देखते हुए विशेष कार्य योजना बनाने के लिए आज लोकल अधिकारियों की बैठक 1 बजे सचिवालय में बुलाई गई है। जिससे विपरीत मौसम में भी हम हॉटस्पॉट की बेहतर निगरानी कर सकें।’