सीएसके को किंग्स के घर में मिलेगी कड़ी चुनौती, मुल्लांपुर में आज होगी कांटे की टक्कर

पांच बार की चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स को मंगलवार को पंजाब किंग्स के खिलाफ होने वाले मुकाबले से पहले जिस बड़ी समस्या का हल खोजना होगा, वह महेंद्र सिंह धोनी की डेथ ओवरों में बड़े शॉट खेलने में नाकामी है। चेन्नई ने आईपीएल सत्र की अपनी सबसे खराब शुरुआत में से एक करते हुए लगातार तीन मैच गंवाए हैं और वह भी लक्ष्य का पीछा करते हुए।
पंजाब किंग्स को अपने पिछले मैच में राजस्थान रायल्स के खिलाफ घरेलू मैदान पर हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन मौजूदा फार्म के साथ कागजों पर श्रेयस की टीम चेन्नई की तुलना में अधिक मजबूत दिख रही है। ऋतुराज गायकवाड़ की कप्तानी वाली टीम संयोजन की समस्या से जूझ रही है।
MS Dhoni डेथ ओवर में बड़े शॉट खेलने में हो रहे नाकाम
अंतिम ओवरों में धौनी की मौजूदगी को एक समय वरदान माना जाता था, लेकिन अब यह ‘येलो ब्रिगेड’ के लिए अभिशाप बन रही है। अपना 18वां आईपीएल सत्र (विराट कोहली और रोहित शर्मा के अलावा एकमात्र खिलाड़ी) खेल रहे धौनी का छाप ऐसा है कि टीम में शायद कोई भी उनके पास जाकर उन्हें आईना नहीं दिखा सकता।
‘ब्रांड धोनी’ अब भी चेन्नई के प्रशंसकों के दिलों पर राज करते हैं और जब वे मैदान पर उतरते हैं तो उनके नाम के नारे लगते हैं, लेकिन दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ मैच निश्चित रूप से उनके समर्थकों के लिए आंख खोलने वाला था कि टीम में उनके ‘प्यारे थाला’ से कहीं अधिक चीजें हैं और शायद अब आगे बढ़ने का समय आ गया है।
विरोधी अब पहले बल्लेबाजी करने और किसी तरह 180 से अधिक का स्कोर बनाने की उम्मीद करते हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि शिवम दुबे के रन नहीं बनाने की स्थिति में चेन्नई के लिए इस लक्ष्य को हासिल करना कठिन होगा। शिवम आक्रामक बल्लेबाजी के लिए पहचाने जाते हैं, लेकिन उनकी सफलता की दर 50 प्रतिशत मानी जाती है।
धोनी के खराब प्रदर्शन से चेन्नई मुश्किल स्थिति में
धोनी के खराब प्रदर्शन के कारण चेन्नई सुपर किंग्स टीम मुश्किल स्थिति में है, क्योंकि उसका शीर्ष क्रम लय में नहीं है और कप्तान रुतुराज को सलामी बल्लेबाज की भूमिका छोड़नी पड़ी है। अनुभवी लेग स्पिनर युजवेंद्रा सिंह चहल के चेन्नई के खिलाफ महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की उम्मीद है, क्योंकि अपने पूर्व भारतीय कप्तान के खिलाफ उनका पलड़ा भारी रहा है।