‘कार्डियक अरेस्ट’ जानें कैसे है हार्ट अटैक से अलग और इसके लक्षण

साउथ इंडियन फिल्म इंडस्ट्री के जाने-माने चेहरे राजेश केशव कोची में चल रहे एक इवेंट में स्टेज पर अचानक बेहोश कर गिर गए। अस्पताल ले जाने पर पता चला कि उन्हें कार्डियक अरेस्ट आया था और फिलहाल वे वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं। कार्डियक अरेस्ट के ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। हालांकि, कई लोग यह समझ नहीं पाते हैं कि कार्डियक अरेस्ट होता क्या है, यह हार्ट अटैक से कैसे अलग है और इसके लक्षण कैसे होते हैं। अगर आपको भी इन सवालों के जवाब नहीं मालूम हैं, तो आइए जानें इनके बारे में।
कार्डियक अरेस्ट क्या होता है?
कार्डियक अरेस्ट एक अचानक आने वाली गंभीर स्थिति है, जिसमें दिल अचानक धड़कना बंद कर देता है। ऐसा तब होता है जब दिल के इलेक्ट्रिकल सिस्टम में गड़बड़ी आ जाती है, जिसके कारण दिल की धड़कन अनियमित हो जाती है। इस गड़बड़ी के चलते दिल शरीर के बाकी हिस्सों में ब्लड पंप करना बंद कर देता है। दिमाग, फेफड़े और अन्य अंगों को ऑक्सीजन नहीं मिल पाता, जिसके कारण व्यक्ति तुरंत बेहोश हो जाता है और सांस रुकने लगती है। अगर सही इलाज न मिले, तो कुछ ही मिनटों में मौत हो सकती है।
कार्डियक अरेस्ट के लक्षण कैसे होते हैं?
कार्डियक अरेस्ट अचानक और बिना किसी चेतावनी के आता है। इसके लक्षण बेहद गंभीर होते हैं-
अचानक गिर पड़ना और बेहोश हो जाना।
सांस का रुक जाना या असामान्य तरीके से चलना।
पल्स का न मिलना।
दिल की धड़कन का अचानक रुक जाना।
बेहोशी से पहले कुछ लोगों को सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, जी मिचलाना, या तेजी से धड़कन जैसे लक्षण भी महसूस हो सकते हैं, लेकिन ज्यादातर मामलों में कोई वॉर्निंग साइन नहीं मिलते।
कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक में अंतर क्या है?
हार्ट अटैक
हार्ट अटैक आने पर व्यक्ति की दिल तक खून पहुंचाने वाली कोरोनरी आर्टरी में ब्लॉकेज होने से दिल की मांसपेशियों को खून नहीं मिल पाता और वह डैमेज होने लगती है।
यह ब्लड सर्कुलेशन से जुड़ी समस्या है।
हार्ट अटैक आने से पहले सीने में दबाव, दर्द, पसीना आना, सांस फूलना, जबड़े, गर्दन या बाएं हाथ में दर्द जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, जो कुछ मिनट से लेकर घंटों तक रह सकते हैं। आमतौर पर धीरे-धीरे शुरू होते हैं और मरीज होश में रहता है।
हार्ट अटैक में दिल धड़कना बंद नहीं करता।
कार्डियक अरेस्ट
कार्डियक अरेस्ट दिल में इलेक्ट्रिकल समस्या की वजह से होता है। दिल की इलेक्ट्रोनिक रिदम में गड़बड़ी के कारण धड़कन अनियमित हो जाती है और हार्ट पंप करना बंद कर देता है। |
यह हार्ट रिदम से जुड़ी हुई समस्या है।
यह अचानक और तुरंत होता है। मरीज तुरंत बेहोश हो जाता है, सांस रुक जाती है और पल्स नहीं मिलती।
इसमें दिल की धड़कन पूरी तरह बंद या बहुत अनियमित हो जाती है।
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