बप्पा की मूर्ति पर आराम फरमाती दिखी बिल्ली, मूषकराज को होगी जलन

इन दिनों पूरे देश में गणेशोत्सव की धूम मची हुई है। चाहे महाराष्ट्र हो या देश का कोई और हिस्सा, हर जगह से सिर्फ एक ही आवाज गूंज रही है, “गणपति बप्पा मोरया!”। गलियां, मंदिर और पंडाल सब जगह भगवान गणेश की भव्य प्रतिमाएं सजाई गई हैं। इन मूर्तियों की शोभा देखते ही बनती है। बड़े-बड़े पंडालों में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है और हर कोई बप्पा की एक झलक पाने के लिए आतुर है। इन मूर्तियों के साथ भगवान गणेश की सवारी मूषक भी हर जगह आकर्षण का केंद्र रहता है। मूषकराज के बिना गणेशजी की प्रतिमा अधूरी मानी जाती है। हालांकि, आज की इस खबर में हम आपको एक ऐसे वीडियो के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे देख आप अपना दिल हार बैठेंगे। आइए जानते हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
इस बार एक खास पंडाल में नजारा कुछ अलग ही देखने को मिला। यहां गणेशजी की गोद में एक प्यारी सी बिल्ली आराम से सो रही थी। बिल्ली का यह अंदाज इतना प्यारा था कि देखने वालों की निगाहें उस पर टिक गईं। गणपति के पीले वस्त्रों से सजी प्रतिमा की गोद में शांति से सोती हुई यह बिल्ली भक्तों का ध्यान खींचने लगी। सोशल मीडिया पर जब इस नजारे का वीडियो सामने आया तो लोग इस पर फिदा हो गए।
गणेश जी की मूर्ति पर आराम फरमाती दिखी बिल्ली
वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि यह बिल्ली कितने सुकून से गणेशजी की गोद में सो रही है, मानो उसे दुनिया की सबसे सुरक्षित जगह मिल गई हो। सोशल मीडिया पर इसे देखकर कई लोगों ने इसे गणेशोत्सव का सबसे प्यारा पल बताया। कुछ लोगों ने तो इस दृश्य पर मजेदार कमेंट भी किए। किसी ने लिखा, भाई सबसे सुरक्षित हाथों में है। वहीं, कुछ लोगों ने मजाक में कहा कि शायद अब गणेशजी की असली सवारी मूषक को थोड़ी जलन हो रही होगी!
वीडियो पर यूजर्स ने दिए ऐसे रिएक्शंस
इतना ही नहीं, कुछ यूजर्स ने इस दृश्य को पौराणिक कथाओं से जोड़कर भी देखा। एक यूज़र ने लिखा कि कई कहानियों में बिल्ली को मां गौरी का प्रतीक माना गया है। अगर ऐसा मानें तो यह सीन यूं लगेगा कि मां खुद अपने बेटे की गोद में आराम कर रही हों। इस चर्चा के बीच गणेशजी की पारंपरिक सवारी मूषक की कहानी भी लोगों ने साझा की। गौरतलब है कि इस साल गणेश चतुर्थी 27 अगस्त से शुरू हो चुकी है और 6 सितंबर को गणेश विसर्जन के साथ इसका समापन होगा। इन दस दिनों तक देशभर के लोग पूजा-अर्चना, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और मिठाइयों के साथ बप्पा का स्वागत करते हैं।