रूसी तेल खरीद को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति के दावे पर राहुल का प्रधानमंत्री पर हमला

राहुल गांधी ने ये भी दावा किया कि वित्त मंत्री का अमेरिकी दौरा भी रद्द हो गया। साथ ही कहा कि पीएम मोदी शर्म अल शेख नहीं गए। राहुल गांधी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पर भी पीएम मोदी ने ट्रंप का विरोध नहीं किया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर पीएम मोदी पर तीखा हमला बोला है और उन पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से डरने का आरोप लगा दिया है। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि ‘पीएम मोदी, ट्रंप से डरते हैं। उन्होंने ट्रंप को ये एलान करने दिया कि भारत अब रूसी तेल नहीं खरीदेगा। बार-बार की अनदेखी के बावजूद बधाई संदेश भेजे जाते हैं।’ दरअसल बीते दिनों जब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने हमास और इस्राइल के बीच शांति समझौता कराया था तो पीएम मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप के नेतृत्व की तारीफ की थी और उन्हें बधाई दी थी।
पहले भी ऑपरेशन सिंदूर को लेकर उठा चुके सवाल
राहुल गांधी ने ये भी दावा किया कि वित्त मंत्री का अमेरिकी दौरा भी रद्द हो गया। साथ ही कहा कि पीएम मोदी शर्म अल शेख नहीं गए। ऑपरेशन सिंदूर पर भी पीएम मोदी ने ट्रंप का विरोध नहीं किया। ऐसा नहीं है कि ऑपरेशन सिंदूर और भारत-अमेरिका के संबंधों को लेकर राहुल गांधी ने पहली बार प्रधानमंत्री पर हमला बोला है, इससे पहले भी राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर गंभीर आरोप लगाए थे। राहुल गांधी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान चीन ने खुलकर पाकिस्तान का साथ दिया, लेकिन पीएम मोदी ने चीन के खिलाफ कोई बयान नहीं दिया।
साथ ही राहुल गांधी ने भारत की विदेश नीति की भी आलोचना की और कहा कि भारत की विदेश नीति ध्वस्त हो गई है। उन्होंने सवाल उठाया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान किसी देश ने भारत का समर्थन क्यों नहीं किया? राहुल गांधी ने ये भी सवाल उठाया कि राष्ट्रपति ट्रंप को भारत-पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता के लिए किसने कहा था।
महिलाओं के मुद्दे पर भी प्रधानमंत्री को घेरा
अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी भारत दौरे पर हैं। बीते दिनों अफगानिस्तान के विदेश मंत्री की नई दिल्ली में आयोजित हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में महिला पत्रकारों को एंट्री नहीं दी गई। इसे लेकर सरकार की खूब आलोचना हुई। इस मुद्दे पर भी राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधा।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि ‘श्रीमान मोदी, जब आप महिला पत्रकारों को सार्वजनिक मंचों से बाहर रखने की अनुमति देते हैं, तो आप भारत की हर महिला को यह बता रहे होते हैं कि आप उनके लिए खड़े होने के लिए बहुत कमजोर हैं। हमारे देश में महिलाओं को हर क्षेत्र में समान भागीदारी का अधिकार है। इस तरह के भेदभाव के सामने आपकी चुप्पी नारी शक्ति पर आपके नारों की खोखलेपन को उजागर करती है।’