पेट के बल सोने से बढ़ जाता है इन बीमारियों का जोखिम? 

हम सभी जानते हैं अच्छे स्वास्थ्य के लिए अच्छी नींद बहुत जरूरी है, लेकिन आप किस पोस्चर में सोते हैं यह भी आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। कई लोगों को पेट के बल सोना आरामदायक लगता है, लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार पेट के बल सोना आपके स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है। यह आदत लंबे समय में कई गंभीर बीमारियों का जोखिम बढ़ा देती है।

ध्यान देने वाली बात यह भी है कि बहुत कम समय के लिए पेट के बल लेटना अच्छी बात है, यहां तक की इससे से खर्राटे कम हो सकते हैं और स्लीप एपनिया की समस्या भी कम हो सकती है। लेकिन अगर किसी को हमेशा या पूरी रात पेट बल होने की आदत है तो इससे कुछ बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है।

जब आप पेट के बल सोते हैं, तो आपकी गर्दन को लंबे समय तक एक तरफ मुड़ा रहता है, जिससे रीढ़ की हड्डी और मांसपेशियों पर अनावश्यक तनाव पड़ता है। इसके अलावा पेट के बल सोना आपके पेट और आंतरिक अंगों पर भी दबाव डालता है। अगर आप लगातार कमर या गर्दन के दर्द से परेशान रहते हैं, या सुबह उठने पर खुद को थका हुआ महसूस करते हैं, तो हो सकता है की आपका गलत तरीके से सोने की आदत ही आपकी स्वास्थ्य समस्याओं की असली जड़ हो।

गर्दन और रीढ़ की हड्डी को नुकसान
पेट के बल सोने से सबसे बड़ा नुकसान आपकी गर्दन और रीढ़ की हड्डी को होता है। गर्दन को मजबूरन एक तरफ मुड़े रहने के कारण रीढ़ और गर्दन की नसें खिंच जाती हैं। इससे सुबह उठने पर गर्दन में अकड़न, तेज दर्द और क्रोनिक बैक पेन की समस्या बढ़ जाती है, क्योंकि आपकी रीढ़ अपनी प्राकृतिक वक्रता में नहीं रह पाती है।

पाचन तंत्र पर दबाव
पेट के बल सोना सीधे आपके पेट और आंतरिक अंगों पर दबाव डालता है। यह दबाव पाचन तंत्र की सामान्य कार्यप्रणाली को बाधित करता है, जिससे एसिड रिफ्लक्स और गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज जैसी पाचन संबंधी समस्याओं का जोखिम बढ़ जाता है। रात में पेट पर लगातार दबाव आपके पाचन के लिए ठीक नहीं होता है।

श्वास और हृदय पर असर
इस पोस्चर में सोने से फेफड़ों को पूरी क्षमता से हवा भरने में मुश्किल होती है, जिससे सांस लेने की प्रक्रिया प्रभावित होती है। हालांकि यह एक हल्का प्रभाव है, लेकिन कुछ अध्ययनों के अनुसार, यह आदत हृदय पर तनाव बढ़ा सकती है, खासकर उन लोगों में यह परेशानी और बढ़ सकती है जिन्हें पहले से ही सांस संबंधी समस्याएं रहती हैं।

सोने का सही तरीका
पीठ के बल सोना को रीढ़ की हड्डी के लिए सबसे अच्छा पोस्चर माना जाता है। अगर आप पेट के बल सोने की आदत नहीं छोड़ पा रहे हैं, तो इसके लिए हर दिन थोड़ी-थोड़ी देर पेट के बल सोने की आदत डालें। सबसे बेहतर है कि करवट लेकर (साइड स्लीपिंग) सोएं, और घुटनों के बीच एक तकिया लगाएं ताकि रीढ़ सीधी रहे। इसके बाद भी अगर पीठ के बल सोने में परेशानी हो रही हो तो, किसी डॉक्टर से इसके बारे में परामर्श लें।

Very Tiny Items not in room: phone, clock, chair, iron, bedside table lights, etc Curtains didn't cover windows Reception half a block down the street One side of king size bed was against wall Bathroom was glassed in partition in corner No shaver o. But the hospitality industry is much broader still, providing many rewarding management positions also in restaurants, event planning, theme parks, resort clubs, cruise lines, casinos, and even professional athletics. The lower bound or lowbound of a dimension of an System. Subject enrolment is registration of a student at a training delivery location for the purpose of undertaking a module, unit of competency or subject. Results 1 - 48 of In need of some service and calibration. For a freely available open sourced data access layer for SQL Server, please go to the following link for the download…. There are supermarkets near the hotel and it is also within walking distance to the centre of Vienna. So, the more confident you are, the better of a dancer.

Related Articles

Back to top button