असम में पंचायत चुनाव के लिए वोटिंग, BJP सरकार का लिटमस टेस्ट
पूर्वोत्तर के सबसे बड़े राज्यों में से एक असम में आज पंचायत चुनाव हो रहे हैं. पंचायत चुनाव के लिए मतदान शुरू हो गया है. यहां भारतीय जनता पार्टी सत्ता में है. बीते दिनों जिस प्रकार राज्य में NRC का मुद्दा हावी रहा, ऐसे में इस चुनाव तो बीजेपी सरकार के लिए लिटमेस टेस्ट के तौर पर देखा जा रहा है. पहले पहले चरण में 43,515 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 97 लाख से ज्यादा मतदाता करेंगे.
सत्ताधारी बीजेपी, असम गण परिषद, कांग्रेस, ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ), ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस (एआईटीएमसी) ने इसमें जीत के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. किसी भी तरह की अवांछित गतिविधि को रोकने के लिए भारी पुलिसबल तैनात किया गया है.
पहले चरण में कुल 97,45,709 वोटर्स, 43,515 उम्मीदवारों के लिए मतदान करेंगे, इसके लिए 14077 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं. राज्य चुनाव आयोग के मुताबिक पहले चरण में असम के 16 जिलों में मतदान कराए जाएंगे.
इस साल 251 जिला परिषद सदस्यों के लिए कुल 796 उम्मीदवार मैदान में हैं. 1304 आंचलिक पंचायतों के लिए 3799 उम्मीदवार भाग्य आजमा रहे हैं. 1304 ग्राम पंचायत अध्यक्ष के लिए 4155 उम्मीदवार मैदान में हैं. इसी तरह 13040 ग्राम पंचायत सदस्यों के लिए 34756 प्रत्याशी मैदान में हैं.
असम के राज्य चुनाव आयुक्त एच. एन. वोरा ने मीडिया को बताया कि पहले चरण के चुनाव 5 दिसंबर को कराए जाएंगे वहीं दूसरे चरण का मतदान 9 दिसंबर को होगा. मतों की गणना 12 और 13 दिसंबर को होगी. असम में कुल 26808 निर्वाचन क्षेत्र हैं. स्क्रूटनी के बाद 734 निर्वाचन क्षेत्र ऐसे मिले हैं जहां प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए हैं.
9 दिसंबर को दूसरे चरण का मतदान अमूमन ग्रामीण इलाकों में होगा. 12 दिसंबर को मतगणना की जाएगी. 70000 पोलिंग कर्मचारी और 50000 सुरक्षा कर्मचारी मंगलवार की शाम को ही अपने बूथों के लिए रवाना कर दिए गए. कुल 734 उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए हैं. इसमें 442 पहले फेज वाले इलाके के हैं और 292 दूसरे फेज के निर्वाचन क्षेत्र के. जो 734 उम्मीदवार चुने गए हैं उनमें 380 बीजेपी के, 193 कांग्रेस के, 10 एआईयूडीएफ के, सीपीएम का एक, बोडोलैंड पिपल्स पार्टी के 5 और 117 निर्दलीय चुने गए हैं.
ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि पहले चरण के मतदान में सत्ताधारी बीजेपी, कांग्रेस और एजीपी के बीच कांटे की टक्कर होगी. असम गण परिषद सरकार में भागीदार भी है लेकिन पंचायत चुनाव में दोनों आमने सामने हैं.