शपथ ग्रहण में समारोह में विपक्षी एकता को लगा झटका, मायावती-अखिलेश ने बनाई दूरी
राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में आज कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है. तीनों ही राज्यों में आज नए मुख्यमंत्री शपथ लेंगे. लेकिन मायावती और अखिलेश यादव इस समारोह में शामिल नहीं होंगे. बता दें कि राजस्थान में जहां कांग्रेस की 5 साल के बाद सरकार बन रही हैं, वहीं मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में पार्टी 15 साल के लंबे इंतजार के बाद सत्ता पर काबिज होने जा रही है.
2014 के लोकसभा चुनाव और पिछले कई विधानसभा चुनावों में हार का मुंह देखने के बाद कांग्रेस के लिए इन तीनों राज्यों में सरकार बनाना 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले काफी अच्छे संकेत के रूप में आए हैं. इसलिए पार्टी ने तीनों ही जगहों पर होने वाले शपथ ग्रहण के लिए सभी विपक्षी दलों को न्योता भी भेजा है.
दरअसल कांग्रेस की पूरी कोशिश है कि वह अपने नेतृच्व में 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी एकता को दिखाए. इससे पहले कांग्रेस ने ऐसा कर्नाटक में एचडी कुमारस्वामी की सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान ऐसा दिखाने की कोशिश की थी. लेकिन इस बार शायद ये दृश्य देखने को ना मिले, क्योंकि लेकिन हिंदी पट्टी के इन तीनों ही राज्यों में कांग्रेस सरकार बनने के जश्न में दो प्रमुख सहयोगी पार्टियां शामिल नहीं हो रही हैं.
मध्य प्रदेश में बहुमत के आंकड़े को न छू पाने वाली कांग्रेस पार्टी को समर्थन का ऐलान करने वाली समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी न तो कमलनाथ के शपथ ग्रहण में शामिल होगी और न ही राजस्थान और छत्तीसगढ़ में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में.
23 मई को कर्नाटक में कांग्रेस के समर्थन से एचडी कुमारस्वामी की सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में मायावती, अखिलेश यादव, ममता बनर्जी, शरद पवार, तेजस्वी यादव, एमके स्टालिन, अजित सिंह, सीताराम येचुरी, हेमंत सोरेन, अरविंद केजरीवाल और चंद्रबाबू नायडू भी शामिल हुए थे.