BSE का Sensex जहां 491.28 अंक टूटकर 38960.79 पर बंद हुआ वहीं NSE का निफ्टी भी 11672.15 के स्तर पर बंद हुआ
घरेलू और वैश्विक कारकों की वजह से हफ्ते पहले काराबारी दिन यानी सोमवार को शेयर बाजार भारी गिरावट के साथ बंद हुए। BSE का Sensex जहां 491.28 अंक टूटकर 38,960.79 पर बंद हुआ वहीं NSE का निफ्टी भी 11,672.15 के स्तर पर बंद हुआ। आपको बता दें कि लगातार चार कारोबारी सत्रों से शेयर बाजार में गिरावट देखी जा रही है। ऑयल एवं गैस सेक्टर के अलावा बैंकिंग और इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली देखी गई।
क्यों आई बाजार में गिरावट?
विशेषज्ञों का मानना है कि कमजोर वैश्विक धारणाओं, सिस्टम में तरलता की चिंताओं और पूर्ण बजट पेश होने से पहले कारोबारी और निवेश शेयर बाजार में सतर्कता बरत रहे हैं। खास तौर से गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों में तरलता की कमी और बड़े-बड़े कॉरपोरेट्स के डिफॉल्ट होने से बाजार पर नकारात्मक असर पड़ा है।
इसके अलावा, मानसून की धीमी गति के कारण भी शेयर बाजार के कारोबारियों की धारणाएं प्रभावित हुई हैं। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, मानसून की कमी इसकी सुस्त चाल के कारण 43 फीसद पर पहुंच गई है। अब निवेशकों और कारोबारियों की निगाहें मानसून की चाल और 20 जून को होने वाली जीएसटी काउंसिल की मीटिंग पर रहेगी।
गेनर्स एंड लूजर्स: निफ्टी में शामिल 50 कंपनियों में से 46 सोमवार को गिरावट के साथ बंद हुए। सिर्फ 4 कंपनियों के शेयर ही बढ़त के साथ बंद हुए। जिन चार शेयरों में तेजी दर्ज की गई उनमें यस बैंक, ZEEL, कोल इंडिया और विप्रो शामिल हैं। सबसे अधिका स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील, टाटा मोटर्स, इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस और ओएनजीसी में दर्ज की गई।
सेक्टोरल सूचकांकों की बात करें तो सभी सेक्टर सोमवार को गिरावट के साथ ही बंद हुए। सबसे अधिक गिरावट निफ्टी मेटल, निफ्टी ऑटो और निफ्टी पीएसयू बैंक में दर्ज की गई।