सीएम मान: BJP राजनीतिक बदलाखोरी पर उतरी; पंजाब की सीटें बढ़ाई, संसद में प्रदेश का योगदान किया कम

बीजेपी का उद्देश्य लोकसभा सीटों की संख्या को 543 से बढ़ाकर 850 या इससे भी अधिक करना है, ताकि वे अपनी स्थिति मजबूत कर सकें। वर्तमान में राज्य के पास 13 लोकसभा सीटें हैं, जिनके जरिये पंजाब का लोकतंत्र के मंदिर में हिस्सा 2.39 प्रतिशत है।

चेन्नई में परिसीमन के विरोध में शनिवार को जॉइंट एक्शन कमेटी की बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि पंजाब में मौजूदा 13 लोकसभा सीटें हैं और संसद में राज्य का शेयर 2.39 प्रतिशत बनता है। परिसीमन के तहत पंजाब में पांच सीटें बढ़ाकर संसद में राज्य का शेयर 2.11 प्रतिशत करने की तैयारी की जा रही है। सीएम मान ने कहा कि वह दक्षिणी राज्यों के साथ केंद्र के इसका विरोध करेंगे। सीएम मान ने कहा कि भाजपा राजनीतिक बदलाखोरी के तहत नई हदबंदी के जरिए संसद में विपक्षी सरकारों वाले राज्यों की हिस्सेदारी घटा रही है।

उन्होंने कहा कि भाजपा जहां से नहीं जीतती वहां जीतना ही नहीं चाहती, वहां से वह नई हदबंदी के जरिये झंझट ही खत्म कर देना चाहती है। भाजपा दक्षिण में सीटें घटाकर उत्तर भारत में बढ़ाना चाहती है। सीएम ने कहा कि भाजपा का उन राज्यों में फोकस है, जहां वह जीतते हैं, जैसे यूपी में वह सीटें बढ़ाकर 125 या 140 भी कर सकते हैं। इस बैठक में शिरोमणि अकाली दल के कार्यकारी अध्यक्ष बलविंदर सिंह भूंदड़ और वरिष्ठ नेता डॉ. दलजीत सिंह चीमा भी पंजाब से मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार का यह मनमाना कदम सिर्फ विपक्षी पार्टियों को खत्म करने के लिए है, जहां बीजेपी को जीतने का अवसर नहीं मिलता, वहां सीटें कम की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इसके विपरीत, बीजेपी अपनी अधिकांश सीटें मिलने वाले हिंदी बेल्ट में सीटें बढ़ाने की कोशिश कर रही है। यह आश्चर्यजनक है कि जनसंख्या घनत्व के नाम पर दक्षिण भारतीय राज्यों में सीटें घटाई जा रही हैं।

अपनी स्थिति मजबूत कर रही भाजपा
मान ने उदाहरण देते हुए कहा कि पूर्व में उनका प्रतिनिधित्व करने वाली लोकसभा सीट संगरूर में तीन जिले संगरूर, बरनाला और मालेरकोटला शामिल थे। अगर यह सीट बीजेपी का गढ़ होती, तो इस सीट को तीन हिस्सों में बांटकर संगरूर, बरनाला और मालेरकोटला के अलग-अलग लोकसभा सीट बनाने का प्रयास किया जाता।

बीजेपी का उद्देश्य लोकसभा सीटों की संख्या को 543 से बढ़ाकर 850 या इससे भी अधिक करना है, ताकि वे अपनी स्थिति मजबूत कर सकें। वर्तमान में राज्य के पास 13 लोकसभा सीटें हैं, जिनके जरिये पंजाब का लोकतंत्र के मंदिर में हिस्सा 2.39 प्रतिशत है। हालांकि बीजेपी की मंशा है कि वह लोकसभा सीटों की संख्या को बढ़ाकर 18 कर दे, लेकिन इससे राज्य के हिस्से को घटाकर 2.11 प्रतिशत कर दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने इस आंदोलन के खिलाफ किसी भी प्रकार के कदम का समर्थन करने का आश्वासन देते हुए सभी समान विचारधारा वाली पार्टियों को एकजुट होकर पंजाब के किसी भी शहर में अगला सम्मेलन आयोजित करने का निमंत्रण दिया।

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