सीएम मान ने गैर-जिम्मेदाराना बयान देने और मीडिया में सुर्खियां बटोरने के लिए ढोंग करने पर कांग्रेस नेताओं की आलोचना की

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने गुरुवार को कांग्रेस नेताओं, खास तौर पर विपक्ष के नेता पर गैर-जिम्मेदाराना और अप्रासंगिक बयान देने तथा मीडिया में सुर्खियां बटोरने की लालसा पूरी करने के लिए ढोंग करने पर तीखा हमला बोला।

विधानसभा सत्र के दौरान सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग सत्र में व्यवधान डालने के आदी हैं, वे मीडिया का ध्यान खींचने के लिए छोटे-मोटे मुद्दों पर अक्सर वॉकआउट कर देते हैं। विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्ष 1999 से पर्यावरण के लिए काम कर रहे प्रसिद्ध पर्यावरण प्रेमी बाबा बलवीर सिंह सीचेवाल की साख पर सवाल उठा रहा है। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह बहुत गर्व की बात है कि 1975 के विश्व कप हॉकी की विजेता टीम विधानसभा की गैलरी में बैठी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा सीचेवाल की डिग्रियों के बारे में सवाल उठाने वाले यह भूल गए हैं कि उनके अपने नेता राहुल गांधी के पास कैम्ब्रिज से डिग्री है, लेकिन उन्होंने देश के लिए कुछ भी भरोसेमंद नहीं किया। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने दून, सनावर या अन्य महंगी जगहों से डिग्रियां हासिल की हैं और राज्य के मुख्यमंत्री रहे, उन्होंने देश या राज्य के लिए कोई योगदान नहीं दिया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ये नेता यह भूल जाते हैं कि बिना किसी पेशेवर डिग्री के भी कोई व्यक्ति लोक सेवा का बेमिसाल काम कर सकता है और बाबा सीचेवाल इसका प्रत्यक्ष उदाहरण हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सच है कि बाबा सीचेवाल तालाबों के गंदे पानी को साफ कर सकते हैं, लेकिन वे इन नेताओं की गंदी मानसिकता को साफ नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनने की लालसा में विपक्षी नेता अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि बाबा सीचेवाल के काम को भारत के प्रसिद्ध राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने भी मान्यता दी थी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि फेसबुक का मालिक कॉलेज से ड्रॉपआउट है और उसके पास कोई डिग्री नहीं है, लेकिन कांग्रेस नेता उनके बनाए प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल हमें गालियां देने के लिए करते हैं। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि गैर-गंभीर कांग्रेस के एक हिस्से ने सत्र से वॉकआउट किया, जबकि कुछ अन्य सत्र में मौजूद रहे, जो यह दर्शाता है कि कांग्रेस बंटी हुई है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि जो लोग कहते हैं कि पंजाब की सरकार दिल्ली से चलाई जाती है, वे भूल जाते हैं कि उनके अपने काम राजस्थान, छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों से संचालित होते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पंजाबियों का सम्मान नहीं करती, बल्कि हमेशा उन्हें अपमानित करती आई है और संत सीचेवाल के खिलाफ दुश्मनी इसी का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि पद्म श्री पुरस्कार प्राप्त संत सीचेवाल के खिलाफ ऐसा गुस्सा दुर्भाग्यपूर्ण और अनुचित है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि जहां ये नेता उनके खिलाफ तर्कहीन बयानबाजी करते हैं, वहीं राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई नेता प्रेरणा लेने के लिए बाबा सीचेवाल के पास आते हैं।

राज्य सरकार की पहलों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 153 ब्लॉकों में से 117 ब्लॉक डार्क जोन में चले गए थे। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने कभी भी भूजल को बचाने के लिए कोई प्रयास करने की जहमत नहीं उठाई और पांच नदियों की इस धरती पर किसानों को टेल तक कभी पानी नहीं पहुंचा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ‘आप’ सरकार ने पद संभालने के बाद राज्य में 15,947 नहरों को पुनर्जनन किया है, जिसके कारण दूर-दराज के गांवों में पानी टेल तक पहुंचा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के कड़े प्रयासों के कारण भूजल स्तर बढ़ना शुरू हो गया है और केंद्र सरकार की रिपोर्ट के अनुसार इसमें एक मीटर की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार को बिल्कुल बर्दाश्त न करने की नीति अपनाई है और किसी भी भ्रष्ट अधिकारी को बख्शा नहीं जा रहा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि हर भ्रष्ट अधिकारी पर नकेल कसी जाएगी और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का हर दिन पंजाब की प्राचीन शान को बहाल करने और लोगों की प्रतिक्रिया के आधार पर राज्य का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करने के लिए समर्पित रहा है। उन्होंने कहा कि ‘रंगला पंजाब विकास योजना’ हर जिले में उस जिले के लोगों की रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए शुरू की गई है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि सालाना पांच करोड़ रुपए के फंड का प्रबंधन डिप्टी कमिश्नरों (डीसी) द्वारा किया जाएगा और इसे विधायकों, सामाजिक संगठनों, नागरिक समूहों और जनकल्याणकारी नागरिकों की सिफारिशों के आधार पर खर्च किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह फंड सभी जिलों के हर क्षेत्र जैसे सड़कों और पुलों के निर्माण व मरम्मत, स्ट्रीट लाइट्स, क्लीनिकों, अस्पतालों, स्कूलों, पानी, स्वच्छता और अन्य क्षेत्रों के लिए रखा गया है, जो राज्य के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करने में सहायक सिद्ध होंगे। उन्होंने कहा कि पहली बार राज्य में विकास कार्यों को बढ़ावा देने के लिए ऐसा कोई प्रबंध किया गया है, जिससे आम आदमी को बहुत लाभ पहुंचेगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि बजट में ‘रंगला पंजाब विकास योजना’ के लिए 585 करोड़ रुपए (प्रति विधानसभा क्षेत्र पांच करोड़ रुपए) का बजट प्रस्तावित किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने सत्ता संभालने के मात्र 36 महीनों में ही युवाओं को 52,606 नौकरियां देकर इतिहास रचा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पंजाब के सर्वांगीण विकास के लिए अथक मेहनत कर रही है, जिसके लिए युवा और योग्य उम्मीदवारों की जरूरत है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसी मकसद के लिए राज्य सरकार ने राज्य को विकास के रास्ते पर लाने के लिए यह व्यापक भर्ती अभियान शुरू किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने घरों को मुफ्त बिजली मुहैया कराई है, जिसके बाद 90 प्रतिशत घरों को मुफ्त बिजली मिल रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पहली बार राज्य सरकार ने राज्य को अतिरिक्त बिजली उत्पादन में सक्षम बनाने के लिए किसी निजी फर्म से पावर प्लांट खरीदा है। शहीद भगत सिंह को भारत रत्न पुरस्कार देने की मांग का हवाला देते हुए भगवंत सिंह मान ने कहा कि विपक्षी नेता को इस सवाल का जवाब देना चाहिए कि जब उनकी पार्टी सत्ता में थी, तब ऐसा क्यों नहीं किया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन महान शहीदों को भारत रत्न पुरस्कार देने से इस पुरस्कार का मान और बढ़ेगा। भगवंत सिंह मान ने दुख जताया कि दुर्भाग्य से आजादी के 75 साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी इन राष्ट्रीय नायकों को यह पुरस्कार नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए देश के प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली एक उच्च स्तरीय समिति द्वारा पुरस्कार प्राप्त करने वालों का चयन किया जाता है। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी के दो पूर्व प्रधानमंत्रियों ने इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए अपने ही नामों की सिफारिश कर दी थी।

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