PM मोदी ने इंटरव्यू के दौरान कहा कि राफेल पर मेरे ऊपर व्यक्तिगत आरोप नहीं है, संसद में मैंने इस पर विस्तार से जवाब दिया
कांग्रेस पार्टी ने राफेल लड़ाकू विमान सौदे पर अब पूर्व रक्षा मंत्री और गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रीकर को घेरा है। रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पर्रीकर पर गंभीर आरोप लगाए। साथ ही मोदी सरकार से सवाल किया कि राफेल सौदे से जुड़े कौन-से राज पर्रीकर के फ्लैट में छिपे हैं। कांग्रेस ने मांग की कि राफेल विमान सौदे से जुड़ी फाइलें सामने लाई जाएं।
इस मामले को लेकर मनोहर पर्रीकर ने सफाई दी है। पर्रीकर ने ट्वीट कर कहा कि राफेल पर सुप्रीम कोर्ट में झूठ पकड़े जाने के बाद कांग्रेस द्वारा जारी की गई यह आडियो क्लिप है तथ्यों को तोड़मडो़ड़ कर पेश करने की कोशिश है। कैबिनेट या किसी भी अन्य मीटिंग में ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई है।
कांग्रेस ने राफेल को लेकर गोवा की कैबिनेट में हुई बातचीत का हवाला गोवा के हेल्थ मिनिस्टर विश्वजीत राणे के ऑडियो क्लिप के जरिए पेश करते हुए आरोप लगाया, जिसमें राणे का कहना है कि पर्रीकर ने दावा किया कि राफेल से जुड़ी सारी जानकारी मेरे बेडरूम में है। कांग्रेस ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या पीएम इसीलिए पर्रीकर से घबरा रहे हैं, क्योंकि सारे सबूत उनके पास हैं। कांग्रेस ने सवाल किया कि राफेल की सारी फाइल्स पर्रीकर के पास उनके बेडरूम में कैसे और क्यों हैं?
इधर गोवा के मंत्री विश्वजीत राणे ने कांग्रेस द्वारा जारी किए गए ऑडियो टेप को डॉक्टर्ड बताते हुए आरोपों से इनकार किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर पर्रीकर ने राफेल से जुड़े किसी फाइल या दस्तावेज का कोई संदर्भ कभी नहीं दिया। साथ ही कहा कि ऑडियो की जांच हो, टेप में मेरी आवाज नहीं है।
इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा था कि ‘राफेल घोटाले’ से जुड़े नए खुलासे प्रेस कॉन्फ्रेंस में किए जाएंगे। खुल रहीं है गड़बड़ झाले की नई परतें। हम बताएंगे कि मोदी सरकार क्या छिपाने की कोशिश कर रही है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक न्यूज एजेंसी को दिए गए इंटरव्यू पर कांग्रेस ने चुटकी ली और उसे जुमला बताया है। सुरजेवाला ने कहा कि साढ़े चार साल में उनके कार्यकाल के दौरान जो काम हुआ है, उसे देश की जनता अभी तक भुगत रही है। नोटबंदी और जीएसटी इसके उदाहरण है। हालांकि उन्होंने कहा कि अब उनकी सरकार के सिर्फ 100 दिन ही बचे है और उलटी गिनती शुरू हो चुकी है।
मंगलवार को राफेल डील के बारे में विपक्ष के आरोपों पर पीएम मोदी ने इंटरव्यू के दौरान कहा कि राफेल पर मेरे ऊपर व्यक्तिगत आरोप नहीं है, संसद में मैंने इस पर विस्तार से जवाब दिया है, सुप्रीम कोर्ट ने भी निर्णय सुना दिया है। वे सबूत तो दें, देश में चर्चा ये होनी चाहिए कि आजादी के बाद डिफेंस की डील विवादों में क्यों है? डिफेंस डील में दलालों की जरूरत क्यों है? अगर मिशेल को बचाने के लिए कांग्रेस का कोई वर्कर वकील बनकर पहुंच जाता है तो यह चिंता का विषय है। अगर मेक इन इंडिया 70 साल पहले शुरू होता तो इन विदेशी डीलों की जरूरत नहीं होती, मेरा यही लक्ष्य है, मैंने तय किया है कि जितनी गालियां मिलेंगी मैं खाउंगा, जो बोला जाएगा वह सुनूंगा लेकिन देश की सुरक्षा के साथ समझौता नहीं होने दूंगा।