अंबानी परिवार मना रहा है जश्न, ये हैं उदयपुर की 10 खास जगहें
उदयपुर राजस्थान के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है. राजस्थान का यह शहर अपने इतिहास, महल और संस्कृति के लिए जाना जाता है. उदयपुर शहर को महाराणा उदय सिंह ने सन् 1559 में स्थापित किया था. उदयपुर में कई खूबसूरत झीलें है, इसलिए इस शहर को ‘सिटी ऑफ लेक’ यानी झीलों की नगरी भी कहा जाता है. इसके अलावा उदयपुर को दुनिया के सबसे खूबसूरत शहरों में भी शुमार किया जाता है. सिर्फ देश से ही नहीं, बल्कि विदेशी लोग भी उदयपुर की सुंदरता का लुत्फ लेने यहां आते हैं.
लेक पैलेस-लेक पैलेस उदयपुर के सबसे लोकप्रिय स्थलों में से एक है. इसे पहले जग निवास के नाम से जाना जाता था. लेक पैलेस को दुनिया के सबसे रोमांटिक और रॉयल होटल में शुमार किया जाता है. लेक पैलेस पिछोला झील के बिल्कुल बीच में स्थित है. इस पैलेस के चारों ओर पानी ही पानी है. सन् 1950 में इस पैलेस को एक होटल में बदल दिया गया था. बोट या नाव की मदद से इस महल पर पहुंचा जाता है. बता दें, बोटिंग का समय सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक ही रहता है.
जग मंदिर- उदयपुर में स्थित जग मंदिर पिछोला लेक के एक आइलैंड पर बना हुआ है. यह मंदिर अपनी खूबसूरत इंटीरियर डिजाइनिंग और आर्किटेक्चर के लिए मशहूर है. इस मंदिर में मार्बल पत्थर की खूबसूरत मूर्तियां है. साथ ही इस मंदिर का खूबसूरत नजारा पर्यटकों को बेहद लुभाता है. यह मंदिर उदयपुर की खूबसूरत जगहों में से एक माना जाता है. इस मंदिर में सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक जा सकते हैं.
सिटी पैलेस- उदयपुर शहर में स्थित सिटी पैलेस को महाराणा उदय सिंह ने बनवाया था. ये महल पिछोला लेक के किनारे स्थित है. इस महल में यूरोपियन, मध्ययुग और चीनी कला का आकर्षित मिश्रण हुआ है. सिटी पैलेस में आंगन, छतें, गुम्बजदार इमारतें, हैंगिंग गार्डन समेत कई खूबसूरत चीजें मौजूद हैं. इस पैलेस के अंदर दीवारों पर शानदार प्राचीन पेंटिंग लगी हुईं है, जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं. इस पैलेस में सुबह 9.30 से शाम 4.30 तक जा सकते हैं.
फतेहसागर झील- उदयपुर आकर अगर फतेह सागर झील नहीं देखी तो क्या ही देखा. यह झील राजस्थान की सबसे खूबसूरत झीलों में से एक मानी जाती है. इस झील में 3 आईलैंड हैं. हर आईलैंड पर खूबसूरत पब्लिक पार्क बने हुए हैं, जिनका बोट के जरिए लुत्फ उठाया जा सकता है. यहां घूमने के लिए सबसे सही शाम का समय होता है, क्योंकि सूरज डूबते समय यहां से उदयपुर के खूबसूरत नजारे देखने का मजा ही कुछ ओर होता है.
कुंभलगढ़ किला- यह किला उदयपुर से लगभग 64 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यह किला आर्किटेक्चर कला की खूबसूरत मिसाल है. इस किले की दीवारें 30 किलोमीटर तक बनी हुई हैं. चीन की दीवार के बाद यह दूसरी सबसे बड़ी दीवार है. यह किला समुद्र तल से लगभग 1900 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. इस किले को देखने भारी तादाद में पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है. इस किले को राजस्थान का सबसे मजबूत किला माना जाता है. आप इस किले में सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक घूमने जा सकते हैं.
सहेलियों की बाड़ी- उदयपुर के उत्तरी क्षेत्र में स्थित सहेलियों की बाड़ी एक खूबसूरत गार्डन है. यह गार्डन अपने लोटस पूल, मार्बल से बने हाथी, आकर्षित आर्किटेक्चर, फव्वारे और खूबसूरत गार्डन के लिए मशहूर है. इस अलावा यह गार्डन अपने हरे भरे मैदानों के लिए भी जाना जाता है. इस गार्डन में आप सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक जा सकते हैं.
बगोर की हवेली- उदयपुर शहर में पिछोला झील के पास स्थित बगोर की हवेली सबसे पुरानी हवेली है. इस हवेली को मेवाड़ के मंत्री अमरचंद वादवा ने बनवाया था. साल 1878 में महाराणा शक्ति सिंह ने इस हवेली में अपना निवास बना लिया, जिसके बाद इस हवेली को बगोर की हवेली के नाम से जाना जाने लगा. इसके बाद इस हवेली को म्यूजियम में बदल दिया गया, जिसमें मेवाड़ की संस्कृति का प्रदर्शन किया जाने लगा जैसे प्राचीन जेवर, बक्से, हाथ से बने पंखे आदि. इस महल में 100 से ज्यादा कमरे हैं, जिसमें अनोखी आर्किटेक्चर हुई है. इस हवेली में हर शाम को 7 बजे मेवाड़ी तथा राजस्थानी नृत्य का आयोजन किया जाता है.
द मॉनसून पैलेस- मॉनसून पैलेस को मेवाड़ के महाराणा सज्जन सिंह ने बनवाया था. इस महल को मौसम की जानकारी और बरसात के मौसम में बादलों का लुत्फ लेने के मकसद से बनवाया गया था. इसी कारण इस पैलेस को मॉनसून पैलेस कहा जाने लगा. यह पैलेस समुद्र तल से कई हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है. इस पैलेस से पूरे उदयपुर के खूबसूरत नजारे देखे जा सकते हैं. बता दें, ये पैलेस सज्जनगढ़ वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के पास ही स्थित है.
आहार म्यूजियम- अपनी पुरातात्विक (Archaeological) महत्व की वजह से उदयपुर में स्थित आहार पर्यटकों के बीच बेहद पॉपुलर है. यह जगह शाही राजपुताना इतिहास के लिए जानी जाती है. सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक आहार में जाकर यहां का आनंद ले सकते हैं.
शिल्पग्राम- यह कला और शिल्प का गांव है. उदयपुर से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह गांव 70 एकड़ जगह में बना हुआ है. शिल्पग्राम के माध्यम से गांव की प्राचीन कला आज भी देखने को मिलती है. यहां कई ट्रेडिशनल कला और खूबसूरत पैंटिंग्स देखने को मिलती हैं. साथ ही शिल्पग्राम गांव के कई लोगों को रोजगार देता है. यहां रोजाना सांस्कृतिक उत्सवों का आयोजन किया जाता है. यहां आकर आप गांव की जिंदगी का अनुभव कर सकते हैं.