न्यूजीलैंड से हार के बाद टूट गए रोहित शर्मा, प्रेंस कॉन्फ्रेंस में हुए भावुक
भारतीय टीम को मुंबई में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में हार का सामना करना पड़ा है। इसी के साथ न्यूजीलैंड ने टेस्ट सीरीज 3-0 से अपने नाम कर ली है। इस हार से भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा बेहद हताश हैं। उन्होंने इस हार को अपने करियर का सबसे बुरा दौर बताया है। न्यूजीलैंड ने ये सीरीज 3-0 से जीती है।
भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों क्लीन स्वीप से टूट गए हैं। न्यूजीलैंड ने भारत को 3-0 से हराया और ये पहली बार जब किसी टीम ने टीम इंडिया को भारत में तीन या उससे ज्यादा मैचों की टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप किया है। रोहित इस हार को पचा नहीं पा रहे हैं और उन्होंने इस सीरीज को अपने करियर का सबसे बुरा दौर बताया है।
न्यूजीलैंड ने मुंबई में खेले गए आखिरी टेस्ट मैच में 25 रनों से हरा दिया। भारत को जीत के लिए 147 रन चाहिए थे। इतने रन बनाने के लिए भारत के पास लगभग तीन दिन का समय था। हालांकि, टीम इंडिया तीसरे दिन रविवार को ही दूसरे सेशन में 121 रनों पर ढेर हो गई। बेंगलुरू और पुणे में जीत हासिल कर न्यूजीलैंड ने सीरीज तो हासिल कर ही ली थी। तीसरे मैच में भारत की कोशिश लाज बचाने की थी जो वो नहीं कर सकी।
‘मैं लेता हूं जिम्मेदारी’
तीसरा मैच हारने के बाद रोहित ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वह इस हार की पूरी जिम्मेदारी लेत हैं। रोहित ने कहा, “ये मेरे करियर का सबसे खराब दौर है। मैं इसकी पूरी जिम्मेदारी लेता हूं। इस हार को पचा पाना मुश्किल है। घर पर टेस्ट मैच, सीरीज हारना बहुत खराब लगता है। ये वो चीज है जिसे आसानी से हजम नहीं किया जा सकता। हमने कई सारी गलतियां की हैं।”
रोहित ने कहा, “शुरुआती दो टेस्ट मैचों की पहली पारी में हमने पर्याप्त रन नहीं बनाए। इस मैच में हमने लीड ले ली थी और जो टारगेट मिला था वो चेज करने लायक था। हम एक टीम के तौर पर फेल रहे। जब आप इस तरह का टारगेट चेज करते हैं तो आपको बोर्ड पर रन चाहिए होते हैं। मेरे दिमाग में यही था। ऐसा हुआ नहीं।”
अपने प्रदर्शन से नाखुश
रोहित ने कहा कि वह अपने प्रदर्शन से बेहद निराश हैं। रोहित ने कहा, “मैं कुछ प्लान लेकर मैदान पर गया था। इस सीरीज में वो प्लान काम नहीं किए। हमने मौजूदा परिस्थितियों में अपनी बेस्ट क्रिकेट नहीं खेली और हम इसका परिणाम भुगत रहे हैं। मैं कप्तान के तौर पर और बल्लेबाज के तौर पर भी अपना बेस्ट नहीं दे सका। वहीं एक टीम के तौर पर हम एक साथ अच्छा करने में फेल रहे।