पंजाब में खनन स्थलों का होगा सर्वे: आईआईटी रोपड़ को सौंपा काम

खनन विभाग के निदेशक अभिजीत कपलिश ने बताया कि पानी के नीचे और ऊपर दोनों तरह से सर्वे का काम पूरा किया जाएगा। उद्देश्य खनन गतिविधियों को अधिक पारदर्शी, सुरक्षित और पर्यावरण अनुकूल बनाना है।
पंजाब सरकार ने सभी खनन स्थलों का सर्वे करवाने का फैसला लिया है। आईआईटी रोपड़ को सर्वेक्षण करने का जिम्मा सौंपा गया है। इस सर्वेक्षण का उद्देश्य खनन गतिविधियों का विस्तृत आकलन करना और भविष्य में खनन कार्यों को सुव्यवस्थित बनाने के लिए सिफारिशें प्रदान करना है। इससे उन स्थलों की पहचान की जाएगी, जो खनन के लिए उपयुक्त हैं। इससे एक ही जगह पर अधिक खनन होने से पर्यावरण को होने वाले नुकसान से भी बचाया जा सकेगा।
खनन विभाग के निदेशक अभिजीत कपलिश ने बताया कि पानी के नीचे और ऊपर दोनों तरह से सर्वे का काम पूरा किया जाएगा। उद्देश्य खनन गतिविधियों को अधिक पारदर्शी, सुरक्षित और पर्यावरण अनुकूल बनाना है। इसके इलावा एक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित करने का भी फैसला लिया है। सेंटर की तरफ से विज्ञानिक खनन को लेकर अपने सुझाव दिए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि आईआईटी रोपड़ के साथ पांच साल के लिए करार किया गया है, जिसके तहत ही यह सर्वे करवाया जा रहा है। इसी तरह छह महीने के बाद भी एक सर्वे कराया जाता है, जिसमें यह पता लगाया जाता है कि तय क्षमता से अधिक खनन तो नहीं हुआ है। ड्रोन के माध्यम से यह सर्वे होता है और जहां कहीं भी नियमों के खिलाफ खनन सामने आता है, वहां विभाग की तरफ से जुर्माने के साथ ही उचित कारवाई की जाती है।