पृथ्वी के पास से गुजरेंगे दो विशाल एस्टेरॉयड, नासा ने जारी की चेतावनी
एस्टेरॉयड को काफी लंबे समय पृथ्वी के लिए खतरा बताया जाता है। कहा जाता है कि अगर पृथ्वी से एस्टेरॉयड टकराता है, तो तबाही मच सकती है। बताया जाता है कि एक बार पृथ्वी से एस्टेरॉयड टकराया था, जिसके बाद डायनासोर खत्म हो गए थे। हालांकि, कई बार वैज्ञानिकों ने पृथ्वी के पास से गुजरने वाले एस्टेरॉयड के टकराने की संभावना जताई, लेकिन कभी ऐसा नहीं हुआ। अब एक बार फिर दो विशाल एस्टेरॉयड पृथ्वी के पास आ रहे हैं। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने दो एस्टेरॉयड को लेकर अलर्ट जारी किया है। यह दोनों एस्टेरॉयड आज धरती के पास आ रहे हैं।
यह दोनों एस्टेरॉयड आमतौर पर पृथ्वी के करीब गुजरने वाले क्षुद्रग्रहों की तुलना में बहुत बड़े हैं। इनमें एस्टेरॉयड 2024 LY2 एक इमारत के बराबर बड़ा है, तो दूसरा 2024 NH का आकार हवाई जहाज के बराबर है। अंतरिक्ष एजेंसी ने दोनों एस्टेरॉयड के पृथ्वी पर होने वाले असर के बारे में बताया है। सौरमंंडल में सूर्य का चक्कर लगाने वाले आकाशीय पिंडों को एस्टेरॉयड कहा जाता है। ग्रहों की तुलना में क्षुद्रग्रह छोटे होते हैं।
नासा की तरफ से बताया गया है कि धरती के पास से गुजरने वाला एस्टेरॉयड 2024 LY2 आकार में एक विशाल इमारत के बराबर है, जिसका व्यास 88 मीटर है। यह क्षुद्रग्रह मंगलवार को धरती के सबसे करीब 4,587,455 किमी की दूरी पर पहुंचेगा। यह दूरी चंद्रमा और पृथ्वी की दूरी का 12 गुना है। सामान्य तौर पर भले ही यह दूरी ज्यादा लग सकती है, लेकिन खगोलीय नजिरए से इसे बेहद करीब से गुजरना माना जाता है। इस पर वैज्ञानिक करीब से नजर रख रहे हैं।
धरती के करीब से गुजरने वाला दूसरा क्षुद्रग्रह 2024 NH किसी हवाई जहाज के आकार का है, जिसका व्यास 28 मीटर है। पहले एस्टेरॉयड से यह छोटा है और धरती से अपेक्षाकृत दूर भी होगा। धरती से 31.3 लाख किलोमीटर की दूरी से गुजरेगा। छोटे आकार के बाद भी पृथ्वी के पास आने से खगोलविदों को इसके बारे में अहम जानकारी मिल सकती है। इसके कारण ही वैज्ञानिक इस नजर रख रहे हैं।
क्या पृथ्वी पर है कोई खतरा?
अगर एस्टेरॉयड का आकार 150 मीटर से ज्यादा होता है, तो वैज्ञानिक उन्हें खतरे के रूप में देखते हैं। इसके साथ ही धरती से उनकी दूरी 74 लाख किलोमीटर से कम हो।
आज धरती के करीब आ रहे दोनों एस्टेरॉयड 150 मीटर से छोटे हैं। नासा के मुताबिक, इन दोनों क्षुद्रग्रहों के पृथ्वी से टकराने का कोई खतरा नहीं है।