राजा-महाराजाओं के लिए उगाया जाता था ये खास आम
गर्मी का मौसम लोगों को पसंद हो या न हो, लेकिन इस मौसम में लोगों को आम का इंतजार जरूर होता है। गर्मियों में मार्केट में कई प्रकार के आम देखने को मिलते हैं, जो खाने में भी बेहद स्वादिष्ट होते हैं। आपने कई तरह के आम खाए भी होंगे। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे दुर्लभ आम के बारे में बताने जा रहे हैं, जो अपने अनूठे रंग और बनावट के कारण मशहूर है। कई लोगों का मानना है कि यह खास किस्म का आम 18वीं शताब्दी में बागवानी विशेषज्ञ हकीम अदा मोहम्मदी ने नवाब सिराज-उद-दौला के लिए विशेष तरीके से उगाया था। मूल रूप से शाही परिवारों के लिए ही आरक्षित इस आम को कोहितूर आम के नाम से जाना जाता है, जो विलुप्त हो चुके कलोपहार आम और एक अन्य किस्म के आम का मिश्रण बताया जाता है। आइए इस खास आम के बारे में और अधिक जानते हैं…
भारत का सबसे महंगा आम
कोहितूर आम मुख्य रूप से बंगाल के मुर्शिदाबाद में उगाए जाते हैं, जिनकी कीमत जानकर आपके होश उड़ जाएंगे। ये दुनिया के सबसे महंगे आमों में से एक माना जाता है। इस किस्म के एक आम की कीमत करीब 3 हजार से 15 हजार रुपये तक होती है। यह भारत का सबसे महंगा आम है।
कोहितूर आम पश्चिम बंगाल की एक विशिष्ट किस्म है। यह केवल मुर्शिदाबाद में ही पाई जाती है। एक समय में इस जिले में कोहितूर की करीब 148 किस्में थीं, लेकिन अब सिर्फ 42 किस्में ही बची हैं।
यह कीमती आम इतना नाजुक होता है कि हर टुकड़े को सावधानी से तोड़ना पड़ता है। यह आम 18 वीं शताब्दी के अंत में बंगाल के आखिरी नवाब द्वारा विकसित किया गया था, जो उस समय आम लोगों के लिए वर्जित था। कोहितूर को केवल शाही बागों में ही उगाने की अनुमति थी। साथ ही केवल शाही लोगों को ही इसका स्वाद चखने की भी अनुमति थी।
हालांकि देखा जाए तो यह आम आज भी ज्यादातर लोगों की पहुंच से बाहर है, क्योंकि इसकी कीमत बहुत अधिक है। आम इंसान को इस आम को खरीदने से पहले सोचना पड़ता है। इस एक आम की कीमत 15000 रुपये तक होती है।