वेनेजुएला में सेना की हरकत से आक्रोशित हुए गुएडो, सामूहिक मार्च का आह्वान किया
वेनेजुएला के अंतरिम राष्ट्रपति व विपक्ष के नेता जुआन गुएडो ने सेना को चेतावनी दी है कि वह मानवीय सहयाता को देश में प्रवेश करने से नहीं रोके। उन्होंने कहा कि यह मानवता के खिलाफ अपराध है। बता दें कि दक्षिण अमेरिकी महाद्वीप के देश वेनेजुएला में तख्तापलट की स्थिति में सेना की भुमिका को अहम माना जा रहा है। निकोलस मादुरो और जुआन के बीच चल रहे सत्ता संघर्ष में में सेना के इस कदम को मादुरो के समर्थन के रूप में देखा जा रहा है।
दरअसल, वेनेजेुएला और कोलंबिया को जोड़ने वाली सीमा पर एक पुल को वहां की सेना द्वारा बंद किए जाने के बाद अमेरिका द्वारा भेजी गई दवा और खाद्य सामग्री रुक गई है। रविवार को वेनेजुएजा में डॉक्टरों ने सेना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। डॉक्टरों ने मांग की है कि इस पुल को तत्काल शुरू किया जाए और सहायता सामग्री की आपूर्ति जारी रखी जाए।
गुएडो ने कहा मानवीय सहायत में बाधा पहुंचाना मानवता के खिलाफ कदम है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इसी तरह से प्रदर्शनकारियों की मौत के लिए भी सेना जिम्मेदार है। जनवरी से अब तक मारे गए 40 प्रदर्शनकारियों की याद में उन्होंने मंगलवार को सामूहिक मार्च के लिए आह्वान किया है। गुएडो ने मादुरो के आदेश को अस्वीकर करने वाले सशस्त्र बलों के सदस्यों के लिए माफी की पेशकश की है। उधर, वेनेजुएला की सेना ने घोषणा की कि वह देश की रक्षात्मक क्षमता को मजबूत करने के लिए पूरे देश में 15 फरवरी तक एक अभ्यास आयोजित करेगी।
बता दें कि मादुरो ने वेनेजुएला में हस्तक्षेप करने के लिए अमेरिकी सहायता के रूप में मानवीय सहायता को अस्वीकार कर दिया है। उन्होंने अमेरिकी सहायता को राजनीतिक शो की संज्ञा दी। मादुरो ने देश के भोजन और चिकित्सा की व्यापक कमी के लिए अमेरिकी प्रतिबंधों को दोषी ठहराया है।